गोद में बच्चा, आंखों में आंसू… पति की रिहाई को तड़पती महिला; थाना पर बर्बरता का आरोप
गोड्डा जिले के हनवरा थाना पर एक युवक को बिना कसूर पकड़ने और बर्बरता का आरोप लग रहा है. युवक की पत्नी का यह भी कहना है कि उनके गुहार लगाए जाने के बावजूद उन्हें अपने पति से मिलने तक नहीं दिया गया. वहीं पुलिस ने युवक पर पुलिस से बदतमीजी करने का आरोप लगाया है.

JHARKHAND (GODDA): जिले के हनवारा थाना से एक दर्द भरी तस्वीर सामने आई है. गोद में मासूम बच्चा, आंखों में आंसुओं की बाढ़ और सीने में दहाड़ मारती लाचारी. विश्वास खान गांव की रहने वाली एक महिला, खुशबू कुमारी है जो पूरी रात अपने पति की झलक देखने को थाना के दरवाजे पर बैठी रही. लेकिन कहते हैं न - जब वर्दी बेरहम हो जाए, तो इंसाफ की उम्मीद भी रो पड़ती है.
आरोप है कि थाना बुलाकर उसके पति को जमकर पीटा गया और फिर एक रात में ही सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया. खुशबू का कहना है कि रातभर वह थाना प्रभारी से गुहार लगाती रही - बस एक बार मेरे पति से मिला दीजिए… लेकिन वर्दी का रौब ऐसा कि उसे मिलने तक नहीं दिया गया.
सुबह होते-होते कहानी पलट गई - थाना प्रभारी ने सरकारी काम में बाधा डालने और वर्दी फाड़ने का आरोप लगाकर उसके पति राज रंजन भगत को सीधे जेल भेज दिया गया. अब बड़ा सवाल ये कि क्या सच में राज रंजन भगत ने वर्दी पर हाथ डाला? क्या कॉलर पकड़कर वर्दी फाड़ी? या फिर मामला कुछ और है…?
यह पूरा मामला जांच के घेरे में है, लेकिन फिलहाल पुलिस की कार्रवाई पर कई तीखे सवाल उठ रहे हैं. थाना प्रभारी ध्रुव कुमार ने पत्रकार से फोन से बातचीत में दावा किया कि राज रंजन भगत ने बदतमीजी की, हमारा कॉलर पकड़ा, वर्दी फाड़ दी और सरकारी कार्य में बाधा डाली. इसलिए हमने FIR करके जेल भेजा है. मामला कितना सच, कितना झूठ… ये जांच के बाद ही साफ हो जाएगा. लेकिन हनवारा थाना की ये तस्वीरें गोड्डा पुलिस पर कई सख्त सवाल जरूर खड़े करती हैं.









