बगोदर के इको पार्क में जुटने लगे सैलानी, करोड़ों की राशि से बने पार्क का लुत्फ उठा रहे पर्यटक, अन्य पर्यटन स्थल भी हैं गुलजार
नए साल में लोग नए-नए पर्यटक स्थलों की तलाश में रहते हैं, जहां वे अपने परिवार के साथ समय बिता पाएं. वैसे तो झारखंड में ऐसे पर्यटन स्थलों की सूची बहुत लंबी है, लेकिन हम आज आपको गिरिडीह के इको पार्क के बारे में विस्तार से बताएंगे. ताकि आपके पास एक विकल्प हो नव वर्ष की बेहतरीन शुरुआत के लिए.

JHARKHAND (GIRIDIH): नव वर्ष के आने में अब सिर्फ दो दिन ही शेष हैं, तो हर कोई नए साल का जश्न अपने अंदाज में मनाने की तैयारी में भी जुटे हैं. गिरिडीह के बगोदर के खम्भरा इको पार्क में पर्यटकों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है.

Naxatra News ने इस दौरान इको पार्क की सुंदरता का नजारा लेने आए कई पर्यटकों से बातचीत की. पिकनिक मनाने आए सैलानीयों ने इस दौरान बगोदर इको पार्क की जमकर तारीफ की और कहा कि करोड़ों के लागत से बना इको पार्क चारों तरफ से घने जंगलों से घिरा है. जबकि करोड़ों की राशि से पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए कई साधनों का निर्माण भी किया गया है. क्योंकि एक तरफ इको पार्क है तो दूसरी तरफ इसी इको पार्क के हिस्से में डेम में नौकाविहार का लुत्फ उठाने की भी व्यवस्था की गई है. बच्चों से लेकर महिलाओं और युवा तक इको पार्क में नए साल का जश्न मनाने के लिए जुट रहे है.

जिले के अन्य पर्यटन स्थल भी हैं गुलजार
जिले के खोरीमहुआ का हदहदवा झरना, गोरहंद डैम, जमुआ की झारो नदी, गांडेय का टिकवादाह, जंतवा पहाड़ी, सरिया का प्रसिद्ध राजदाह धाम, विश्व प्रसिद्ध पारसनाथ पहाड़, बराकर नदी, तिसरी की कबूतरी पहाड़ी, बगोदर के खंभरा पार्क, प्रसिद्ध तीर्थस्थल झारखंड धाम समेत अन्य पिकनिक स्पॉट पर भी लोग पहुंचने लगे हैं.

दुकानदारों के चेहरे खिले
पर्यटन स्थलों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए दुकानदारों और छोटे व्यवसायियों के चेहरे भी खिल गये हैं. चाय, नाश्ता, फास्ट फूड, खिलौने और अन्य जरूरत की वस्तुओं की बिक्री भी बढ़ी है. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार और आमदनी का अवसर मिल रहा है.









