झारखंड के ये पर्यटन स्थल मोह लेंगे आपका मन, नए साल की कीजिए जबरदस्त शुरुआत
आपके कंफ्यूजन को दूर करने हम लेकर आए हैं सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले पर्यटन स्थलों की फहरिस्त. नए साल आने में अब महज दो ही दिन शेष हैं. ऐसे में हर कोई अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए उपयुक्त स्थानों की खोज में रहते हैं. हमने झारखंड के खास जगहों की खूबियां यहां साझा की हैं.

Jharkhand Tourist Places: झारखंड में कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल, देव स्थान, वाटर पार्क और फॉल्स आदि हैं, जो राज्य को पर्यटन के रूप में एक खास दर्जा प्रदान करते हैं. वहीं यदि सिर्फ जलप्रपातों (Falls) की बात करें तो राजधानी रांची को जलप्रपातों का शहर (City of Falls) भी कहा जाता है. आइए कुछ विशेष भ्रमण स्थलों की तस्वीरों व खूबियों को जानकर वर्चुअल यात्रा करते हैं.
1. बाबा वैद्यनाथ धाम
बाबा वैद्यनाथ धाम (बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग) झारखंड के देवघर में स्थित भगवान शिव का एक प्रमुख और पवित्र मंदिर है, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. रांची से बाबा वैद्यनाथ धाम (देवघर) की दूरी सड़क मार्ग से लगभग 240-250 किलोमीटर है, जिसमें कार या बस से लगभग 4-6 घंटे लगते हैं.

2. जुबिली पार्क
जुबली पार्क (Jubilee Park) जमशेदपुर, झारखंड में स्थित एक प्रसिद्ध और विशाल शहरी पार्क है, जिसे टाटा स्टील ने अपनी 50वीं वर्षगांठ (1958) पर शहर को उपहार में दिया था. यह मुगल गार्डन से प्रेरित, मैसूर के वृंदावन गार्डन की तर्ज पर बना है, जिसमें रोज़ गार्डन, फव्वारे, म्यूजिकल फाउंटेन, लेज़र शो, निक्को जुबली एम्यूजमेंट पार्क और चिड़ियाघर जैसे आकर्षण हैं.

3. पारसनाथ की पहाड़ियां
पारसनाथ की पहाड़ियां झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित एक पवित्र पर्वत श्रृंखला है, जो जैन धर्म का प्रमुख तीर्थस्थल सम्मेद शिखर है, जहां 20 जैन तीर्थंकरों ने मोक्ष प्राप्त किया था और इसे मारांग बुरु (संथालों का देवता) भी कहते हैं. यह झारखंड की सबसे ऊंची चोटी है और जैन मंदिरों, प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीव अभयारण्य के लिए जानी जाती है, जहां तीर्थयात्री मधुबन से पैदल यात्रा करते हैं. रांची से पारसनाथ की पहाड़ियों की दूरी सड़क मार्ग से लगभग 155 से 187 किलोमीटर है और इसमें 4.5 से 5 घंटे का समय लगता है.

4. दशम फॉल्स
दशम जलप्रपात राँची से लगभग 40 किलोमीटर दूर राँची जमशेदपुर मार्ग पर स्थित है. कांची नदी का पानी लगभग 144 फीट की ऊचाई से बहता है, जिससे एक शानदार झरना उत्पन्न होता है, जिसे दशम फॉल्स कहा जाता है. कुछ लोगो का कहना है की अधिक ऊंचाई की वजह से इस झरने के गिरते समय 10 धाराएं बनती है इन्ही धाराओं की वजह से इस जलप्रपात का नाम दशम जलप्रपात पड़ा.

5. पतरातु घाटी
रांची से पतरातू घाटी की दूरी लगभग 30 से 40 किलोमीटर है, जो करीब 1 घंटे की ड्राइव पर है, और यह अपनी घुमावदार सड़कों, हरे-भरे नज़ारों और पतरातू बांध के लिए मशहूर है, जिसे कार या टैक्सी से आसानी से पहुँचा जा सकता है.

6. मैथन डैम
मैथन डैम, झारखंड का एक प्रमुख बांध है जो धनबाद के बराकर नदी पर बना है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है; हाल ही में, इसकी सुरक्षा और संरचनात्मक अखंडता को बढ़ाने के लिए कनाडा और जर्मनी की टीमों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग करके ड्रोन सर्वे शुरू किया गया है, ताकि भविष्य में संभावित क्षति का पता लगाया जा सके और रखरखाव किया जा सके.

7. जोन्हा फॉल्स
जोन्हा फॉल्स भारत के झारखंड राज्य के रांची जिले में स्थित है, जो रांची-पुरुलिया राजमार्ग पर रांची शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर है. इसे गौतमधारा के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसके पास भगवान बुद्ध को समर्पित एक मंदिर है. यह गूंगा नदी द्वारा रारू नदी पर बनाया गया एक सुंदर झरना है.

8. डाल्मा वन्यजीव अभ्यारण्य
दलमा वन्यजीव अभ्यारण्य झारखंड राज्य के जमशेदपुर शहर से 10 किलोमीटर दूर स्थित एक वन्यजीव अभ्यारण्य है. 1975 में उद्घाटन किए गए इस अभ्यारण्य में भारतीय हाथियों की अच्छी खासी आबादी पाई जाती है.

9. रॉक गार्डन
रांची में रॉक गार्डन को शहर के साथ-साथ राज्य के सबसे अधिक देखी जाने वाली जगहों में से एक माना जाता है. रांची में प्रसिद्ध रॉक गार्डन अल्बर्ट अक्का चौक से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. जयपुर के बगीचे के बाद रांची रॉक गार्डन महत्व और प्रसिद्धि में दूसरा स्थान है. रांची में रॉक गार्डन गोंडा हिल के चट्टानों से बना था.

10. हुंडरू फॉल
हुंडरू जलप्रपात भारत के झारखंड राज्य के रांची जिले में स्थित है, जो सुवर्णरेखा नदी पर बनता है और लगभग 320 फीट (98 मीटर) की ऊंचाई से गिरता है, जो इसे झारखंड के सबसे ऊंचे और प्रसिद्ध झरनों में से एक बनाता है.

11. डिमना लेक
डिमना झील (Dimna Lake) झारखंड के जमशेदपुर के पास, डालमा वन्यजीव अभयारण्य की तलहटी में स्थित एक खूबसूरत मानव निर्मित जलाशय और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जिसे टाटा स्टील ने शहर और स्टील प्लांट के लिए पानी की आपूर्ति हेतु बनाया था, जो नौकायन, पिकनिक और प्रकृति का आनंद लेने के लिए एक शांत जगह है, खासकर नवंबर से फरवरी के दौरान जब यहाँ का मौसम सुहावना होता है और धुंध भरी पहाड़ियाँ मनमोहक दिखती हैं.

12. जगन्नाथ मंदिर
जगन्नाथ मंदिर भारत के झारखंड राज्य के रांची में स्थित एक हिंदू मंदिर है, जो भगवान जगन्नाथ को समर्पित 17वीं शताब्दी का मंदिर है.

13. नेतरहाट (छोटानागपुर की रानी)
नेतरहाट (Netarhat) झारखंड के लातेहार जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसे अपनी मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता, ठंडे मौसम और शांत वातावरण के कारण "छोटानागपुर की रानी" कहा जाता है, जो घने जंगलों, मनमोहक सूर्योदय और सूर्यास्त के नज़ारों (जैसे मैगनोलिया पॉइंट) और कोयल नदी के दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है.

14. बासुकीनाथ मंदिर
बासुकीनाथ मंदिर झारखंड के दुमका जिले में स्थित एक प्रसिद्ध भगवान शिव का मंदिर है, जो देवघर के वैद्यनाथ धाम के साथ एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है और इसे 'फौजदारी धाम' भी कहते हैं

15. त्रिकुट पर्वत
त्रिकुट पहाड़ देवघर में सबसे रोमांचक पर्यटन स्थल में से एक है, जहां आप ट्रेकिंग, रोपेवे, वन्यजीवन एडवेंचर्स और एक सुरक्षित प्राकृतिक वापसी का आनंद ले सकते हैं.

16. देउड़ी मंदिर
देउड़ी मंदिर भारत के झारखंड राज्य के रांची जिले में तमाड़ प्रखण्ड के दिउरी गांव में स्थित एक धार्मिक स्थल है, जहां आदिवासी और हिंदू संस्कृति का संगम देखा जा सकता है. यह रांची - टाटा राजमार्ग (NH33) के पास स्थित है. इस प्राचीन मंदिर का मुख्य आकर्षण मां देवी दुर्गा (काली) की 16 भुजाओं वाली 700 साल पुरानी मूर्ति है.

17. रजरप्पा मंदिर
रजरप्पा मंदिर मुख्य रूप से मां छिन्नमस्तिका को समर्पित होने, तंत्र साधना के एक प्रमुख केंद्र के रूप में, और दामोदर व भैरवी नदियों के संगम पर स्थित होने के कारण प्रसिद्ध है.

18. वाइल्ड वाडी वाटरपार्क
रांची के फेमस वाटर पार्क में सबसे पहला नाम खूंटी के वाइल्ड वाडी वाटर पार्क का आता है. खास बात ये कि यहां आपको 360 डिग्री झूला, साइकिलिंग और कम से कम 100 फीट ऊपर से स्विमिंग पूल में डाइविंग जैसी चीज देखने को मिलेगी.

20. टैगोर हिल
रांची में टैगोर हिल अल्बर्ट एक्का चौक से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. रांची में यह पहाड़ी समुद्र तल से 300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.

21. पहाड़ी मंदिर
भगवान शंकर (शिव) का पहाड़ी मंदिर शहर के मध्य में, रतु रोड के पास, पहाड़ी मंदिर नामक एक पहाड़ी पर स्थित है. यह समतल भूमि के बीच में उभरी हुई एक बंजर काली भूमि है. प्राचीन पहाड़ी मंदिर रेलवे स्टेशन से 8 किलोमीटर और हवाई अड्डे से 12 किलोमीटर दूर स्थित है. 2140 फीट ऊंची रांची की इस पहाड़ी पर मंदिर बसा हुआ है. शिखर पर स्थित मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए 468 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं.

22. नवरत्नगढ़ किला
गुमला जिले में स्थित इस किले को नागवंशियों का पहला किला भी कहा जाता है. इससे पहले नागवंशी राजा किसी महल में रहने के बजाए अपने लोगों और प्रजा के साथ रहा करते थे और खानाबदोश के जैसे अपनी राजधानी बदलते रहते थे.

23. लोध वाटरफॉल
झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमावर्ती क्षेत्र लातेहार जिले में झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात है. नाम है लोध जलप्रपात या बूढ़ा घाघ जलप्रपात. इसकी ऊंचाई 143 मीटर है. देशभर में इसका 21वां स्थान है.










