राजमहल माइंस फिर अपराधियों के निशाने पर! खनन क्षेत्र में फायरिंग, दहशत का माहौल
जिले में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब गोलियां सीधे कोयला खनन क्षेत्र में गरज रही हैं. अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, गोली-बारी और तोड़-फोड़ की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं.

JHARKHAND (GODDA) : जिले में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब गोलियां सीधे कोयला खनन क्षेत्र में गरज रही हैं. दिनदहाड़े फायरिंग, पेट्रोल छिड़ककर मशीन जलाने की कोशिश भी की गई. सवाल उठ रहे हैं कि क्या गोड्डा में कानून का डर खत्म हो चुका है?

घटना ललमटिया थाना क्षेत्र की है, जहां ईसीएल की राजमहल कोल परियोजना एक बार फिर अपराधियों के निशाने पर आ गई है. ठेका संचालित कंपनी अंबे माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के लालगुटवा-लोहंडिया डंपिंग एरिया में दिनदहाड़े दो हथियारबंद अपराधियों ने तांडव मचा दिया.

अपराधियों ने पहले डोजर ऑपरेटर को जान बचाकर भागने की धमकी दी, फिर डोजर पर पेट्रोल छिड़क दिया और इसी बीच पास खड़े दूसरे डोजर पर फायरिंग कर दी. गोली मशीन के शीशे में जा धंसी और पूरे खनन क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई. डर इतना कि सभी कर्मी अपनी जान बचाने के लिए गार्ड रूम की ओर भाग खड़े हुए. दिनदहाड़े गोलियों की आवाज ने सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
घटना की सूचना मिलते ही महागामा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चंद्रशेखर आज़ाद, ललमटिया और बोआरीजोर थाना प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने घटनास्थल से पेट्रोल की बोतल, माचिस और डोजर के केबिन में फंसी गोली बरामद की है.
लेकिन सवाल बड़ा है - ये पहली बार नहीं है. इसी साल मई महीने में तालझारी साइड के AMPL पैच पर भी अपराधियों ने दर्जनों राउंड फायरिंग कर इलाके को दहला दिया था. हालांकि पूरी मामले को लेकर महागामा डीएसपी चंद्रशेखर आजाद ने कहा दो और सामाजिक तत्वों के द्वारा एक फायरिंग की भी घटना को अंजाम दिया गया है. डोजर में आग लगाने का प्रयास किया गया, किसी की हताहत होने की सूचना नहीं है. कार्रवाई की जा रही है.
रिपोर्ट: प्रिंस यादव









