सम्मेद शिखर में सैलानियों की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम, प्रशासन को मिले आवश्यक निर्देश
नए साल की शुरुआत में पारसनाथ हिल (सम्मेद शिखर) में आने वाले सैलानियों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रशासन को कई मामलों में आवश्यक निर्देश दिए हैं.

JHARKHAND (GIRIDIH): साल 2026 के आगमन में अब चंद ही दिन बचे हुए हैं. गुरुवार को अंग्रेजी नववर्ष की शुरुआत भी धूमधाम के साथ किया जाना है. गिरिडीह में जैन समाज के सर्वोच्च तीर्थस्थल सम्मेद शिखर मधुबन में दूसरे राज्यों के तीर्थयात्रियों के साथ सैलानियों का आना भी शुरु हो गया है.
लिहाजा, तीर्थयात्रियों और सैलानियों की भीड़ को देखते हुए डुमरी एसडीपीओ सुमित प्रसाद ने मधुबन थाना प्रभारी को कई जरुरी निर्देश जारी किया है. एसपी के निर्देश के बाद डुमरी एसडीपीओ ने पत्र जारी कर थाना प्रभारी को हर निर्देश को कड़ाई से लागू करने का भी आदेश जारी किया है. जिसमें बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों और सैलानियों को पारसनाथ पहाड़ समेत पूरे मधुबन इलाके में रील बनाने पर सख्त मनाही है. साथ ही नॉनवेज और शराब के इस्तेमाल पर भी रोक लगाने का निर्देश दिया गया है.
स्पष्ट रूप से कहा गया कि किसी सूरत में बाइक और अन्य गाड़ियों से मधुबन इलाके में अतिक्रमण के हालात पैदा न हों, हालांकि कड़े निर्देश मधुबन के दुकानदारों को भी दिया गया है कि वो किसी सूरत में रोड पर दुकान न लगाए. मतलब साफ है कि जिला प्रशासन किसी सूरत में नहीं चाहता कि मधुबन की पवित्रता में किसी तरह की भी आंच आए, और बाहर से आने वाले टूरिस्ट और तीर्थयात्रियों को किसी तरह की परेशानी नए साल के मौके पर न उठाना पड़े.
इसलिए एसडीपीओ खुद मधुबन के सुरक्षा की पूरी निगरानी कर रहे हैं. थाना प्रभारी को हर वैसे नंबर का पूरे मधुबन में लगाने का निर्देश दिया है जिससे टूरिस्ट को किसी तरह की परेशानी होने पर वो कॉल कर सके. वैसे डुमरी अनुमंडल प्रशासन को उम्मीद है आने वाले साल में लाखों टूरिस्ट मधुबन आ सकते है. जिसे इलाके में चहल-पहल भी रहेगी.
रिपोर्ट: मनोज कुमार पिंटू









