एस.आई.आर के मुद्दे पर पूर्व विधायक अंबा प्रसाद ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
बड़कागाँव कांग्रेस की पूर्व विधायक अंबा प्रसाद ने विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया.केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार का प्रॉपगंडा है जो अपने वोटर को बचाकर केवल विपक्ष के वोटरबेस को लक्ष्य बनाना है.

Naxatra News
Ranchi Desk: बड़कागाँव कांग्रेस की पूर्व विधायक अंबा प्रसाद ने विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार का यह कदम अपने वोटर बैंक को मजबूत करने के लिए लिया गया है. केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार का प्रॉपगंडा है जो अपने वोटर को बचाकर केवल विपक्ष के वोटरबेस को लक्ष्य बनाना है.
अंबा प्रसाद ने ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि सामाजिक न्याय की बात तो होती पर आज अगर सबसे ज्यादा किसी वर्ग के साथ अन्याय हो रहा है तो वह ओबीसी वर्ग है. राजनीतिक शैक्षणिक और आर्थिक रूप से अगर कोई वर्ग पिछड़ा है तो वह ओबीसी वर्ग ही है. उन्होंने जनसंख्या आधारित आराक्षण के मुद्दे का भी समर्थन किया.
क्या है विशेष गहन पुनरीक्षण (एस. आई. आर)?
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) निर्वाचन आयोग द्वारा चलाया जाने वाला एक केंद्रित और समयबद्ध अभियान है, जिसमें बूथ स्तर के अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी की पुष्टि करते हैं. इसका उद्देश्य मतदाता सूची को सटीक, अद्यतन और त्रुटि-रहित बनाना होता है. इस प्रक्रिया में नए मतदाताओं का पंजीकरण, मृत या स्थानांतरित व्यक्तियों के नामों का विलोपन तथा आवश्यक संशोधन किए जाते हैं. SIR आमतौर पर बड़े चुनावों से पहले किया जाता है ताकि सभी पात्र नागरिकों का नाम सूची में शामिल हो सके और मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और विश्वसनीय रहे.
आउटसोर्सिंग पर भी उठाए सवाल
अंबा प्रसाद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी के खिलाफ उनकी लड़ाई सिर्फ बड़कागाँव तक ही सीमित नहीं है. बल्कि जहाँ भी आउटसोर्सिंग की मनमानी चल रही है ये मुहीम उन सबके खिलाफ है.
आउटसोर्सिंग (Outsourcing) क्या है?
आउटसोर्सिंग का मतलब होता है — किसी कार्य या सेवा को अपनी संस्था के बजाय किसी बाहरी एजेंसी या कंपनी से करवाना।
उदाहरण के लिए, अगर सरकार या कोई संस्था अपने कर्मचारी न रखकर किसी निजी कंपनी से डाटा एंट्री, सर्वे या तकनीकी कार्य करवाती है, तो इसे आउटसोर्सिंग कहा जाता है।









