झारखंड के घाटशिला सहित 7 राज्यों के इन 8 विधानसभा सीटों पर भी हो रहा उपचुनाव
आज देश के 7 राज्यों के कुल 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया जारी है. जिसमें जम्मू-कश्मीर की बडगाम और नगरोटा, राजस्थान के अंता, झारखंड की घाटशिला, पंजाब की तरनतारन, मिजोरम की डम्पा, ओडिशा की नुआपड़ा और तेलंगाना की जुबली हिल्स विधानसभा सीट शामिल है.

Assembly Bypoll 2025: झारखंड के घाटशिला विधानसभा सीट सहित 7 राज्यों की 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं. इनमें झारखंड, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम, और जम्मू-कश्मीर राज्य शामिल हैं. इन सभी विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव की मतगणना 14 नवंबर 2025 को होगी.
इन विधानसभा सीटों पर हो रहा उपचुनाव
झारखंड की घाटशिला, ओडिशा की नुआपड़ा, राजस्थान की अंता, पंजाब की तरनतारन, तेलंगाना की जुबली हिल्स, मिजोरम की डम्पा और जम्मू-कश्मीर की बडगाम और नगरोटा विधानसभा सीट पर ये उपचुनाव हो रहे हैं.
उपचुनाव होने के क्या है कारण ?
झारखंड का घाटशिला विधानसभा सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के विधायक और राज्य के शिक्षा मंत्री रहे रामदास सोरेन के निधन के बाद खाली पड़ गया था जिसके कारण यह उपचुनाव आवश्यक था. राजस्थान में अंता सीट से बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा को SDM (उप विभागीय मजिस्ट्रेट) पर पिस्टल तानने के आरोप के बाद दोषी करार हुए थे जिसपर उन्हें 3 साल की सजा और अयोग्य घोषित किया गया. इस वजह यह सीट खाली पड़ा था. जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा पिछले साल अक्टूबर महीने में बडगाम विधानसभा सीट छोड़ने की वजह से रिक्त हो गई थी और एक अन्य नगरोटा विधानसभा सीट बीजेपी विधायक के निधन से खाली पड़ा था.
तेलंगाना में जुबली हिस्ल सीट के विधायक मंगती गोपीनाथ के निधन से सीट खाली पड़ा. जबकि ओडिशा में नुआपाड़ा उपचुनाव बीजद विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र ढोलकिया के 8 सितंबर को निधन के बाद यह सीट खाली पड़ी थी. पंजाब में तरनतारन से आम आदमी पार्टी के विधायक कश्मीर सिंह सोहल की जून में निधन के बाद उपचुनाव कराना आवश्यक था. वहीं मिजोरम में डम्पा विधानसभा सीट से विधायक लालरिन्टलुआंगा सैलो के 21 जुलाई को निधन के बाद सीट खाली हुई थी जिसके बाद उपचुनाव कराना आवश्यक था.









