Ranchi में सड़क हादसों में लगातार हो रहा इजाफा, ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई के बावजूद जागरूक नहीं हो रही जनता
रांची में रैश ड्राइविंग के साथ साथ ट्रैफिक नियमों का वॉयलेशन लगातार नजर आता है. इसे लेकर रांची ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई भी कर रही है. रांची ट्रैफिक पुलिस की माने तो रांची ट्रैफिक पुलिस के द्वारा राजधानी में लगातार अभियान चलाया जा रहा है.

Kamal Kumar / Naxatra News Hindi
Ranchi Desk:राजधानी रांची में ट्रैफिक जाम और ट्रैफिक वॉयलेशन के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है और इस कारण सड़क हादसों में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. हालांकि इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई तो कर ही रही है. लेकिन इसका असर धरातल पर पड़ता नजर नहीं आ रहा. जिस कारण ट्रैफिक हादसों के मामले में राजधानी रांची राज्य में नंबर 1 नंबर पर बनी है.
रांची में रैश ड्राइविंग के साथ साथ ट्रैफिक नियमों का वॉयलेशन लगातार नजर आता है. इसे लेकर रांची ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई भी कर रही है. रांची ट्रैफिक पुलिस की माने तो रांची ट्रैफिक पुलिस के द्वारा राजधानी में लगातार अभियान चलाया जा रहा है. मामले की जानकारी देते हुए रांची ट्रैफिक डीएसपी ने बताया कि ट्रैफिक को स्मूथ करने और हादसे कम हो इसे लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है.
रांची ट्रैफिक डीएसपी प्रमोद केशरी ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस आम गाड़ियों के साथ-साथ स्कूल बसों पर भी पैनी निगाहें बनाई हुई है. इसके साथ ही जिन मार्गों पर ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं. उस सड़क पर रोड सेफ्टी टीम जाकर मुआयना कर रही है और हादसों में कमी के उपाय कर रही है. बहरहाल, ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है. ऐसे में कई सवाल भी उठ रहे है कि आखिर ट्रैफिक नियमों का अनुपालन कब तक प्रॉपर हो पाएगा.
ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई जारी
बता दें, 16 अगस्त से 11 सितंबर 2025 तक चलाए गए अभियान में ट्रैफिक वॉयलेशन के विभिन्न प्रारूप में कार्रवाई की गई है इनमें प्रेशर हॉर्न को लेकर 832 वाहन, ब्लैक फिल्म को लेकर 1180 वाहन साथ ही इन गाड़ियों के चालक के ड्राइविंग लाइसेंस भी सस्पेंड करने की अनुशंसा की गई है. इसके अलावे 144 गाड़ियों में लगे बोर्ड और झंडे पर भी कार्रवाई की गई है. वहीं, 96 बाइक जिनमें मोडिफाइड साइलेंसर लगाए गए थे उस पर भी कार्रवाई हुई है, ड्रंक एंड ड्राइव मामले में 44 वाहन जब्त हुए है. नो पार्किंग वाले वाहनों पर कार्रवाई के तहत 5 हजार 790 गाड़ियों पर फाइन किया गया है जबकि 71 गाड़ियों को टो किया गया है. स्कूल बसों को लेकर प्रेशर हॉर्न खोलकर भौतिक रूप से सत्यापन किया जा रहा है. साथ ही स्कूलों से सभी स्कूल बसों की लिमिट करने के स्पीड गवर्नर भी लगा है उसकी भी लगातार जांच की जा रही है.









