भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड स्थापना दिवस की राष्ट्रपति, PM और राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने दी शुभकामनाएं
झारखंड के 25वें वर्षगांठ और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर राष्ट्रपति, पीएम मोदी, राहुल गांधी और झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य और देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं.

25th Jharkhand Foundation Day: आज झारखंड का 25वां स्थापना दिवस है. इसी दिन 15 नवंबर 2000 को झारखंड बिहार से अलग होकर एक नया राज्य बना था. तभी से झारखंड अपनी अलग पहचान बनाने की राह पर चल पड़ा है झारखंड के धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग करके झारखंड राज्य का गठन किया गया था जो आज अपना 25वां वर्षगांठ मना रहा. बिहार से अलग होने के बाद झारखंड ने पिछले 25 वर्षों में कई राजनीतिक उथल-पुथल देखीं.
राज्य के स्थापना दिवस पर प्रत्येक वर्ष 15 नवंबर को भव्य रुप से कार्यक्रम का आयोजित किए जाते है वहीं, इस वर्ष भी राजधानी के मोरहाबादी मैदान में भव्य समारोह का आयोजन किया गया है. मैदान को झारखंड की थीम पर सु-सज्जित किया गया है. जिसमें झारखंड का इतिहास, कला-संस्कृति और विकास के यात्रा को प्रदर्शित करने वाली एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन होगा. कार्यक्रम में आज राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुक्यमंत्री बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल होंगे.
इधर, झारखंड के 25वें वर्षगांठ और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर राष्ट्रपति, पीएम मोदी, राहुल गांधी और झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य और देशवासियों को हार्दिक और शुभकामनाएं दीं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने दी शुभकामनाएं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड वासियों को राज्य की स्थापना की रजत जयंती की हार्दिक और शुभकामनाएं दीं. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट साझा कर लिखा है 'सभी को झारखंड राज्य की स्थापना की रजत जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं ! भगवान बिरसा मुंडा की इस धरती के प्रतिभाशाली और कर्मठ लोगों ने राज्य का और पूरे देश का गौरव बढ़ाया है. प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध यह राज्य देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है. यहां के जनजातीय समुदाय की समृद्ध लोक-कलाओं की देश-विदेश में प्रतिष्ठा है. यहां के शूरवीरों ने भारत माता की सेवा के अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किए हैं. मेरी मंगलकामना है कि झारखंड प्रगति-पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहे तथा राज्य के सभी निवासियों का भविष्य उज्ज्वल हो.'
संसद परिसर में राष्ट्रपति ने भगवान बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि
संसद परिसर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी और बांसुरी स्वराज और अन्य ने स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया.
पीएम मोदी ने झारखंड स्थापना दिवस की दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा 'जनजातीय संस्कृति से समृद्ध गौरवशाली प्रदेश झारखंड के सभी निवासियों को राज्य के स्थापना दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. भगवान बिरसा मुंडा जी की इस धरती का इतिहास साहस, संघर्ष और स्वाभिमान की गाथाओं से भरा हुआ है. आज इस विशेष अवसर पर मैं राज्य के अपने सभी परिवारजनों के साथ ही यहां की प्रगति और समृद्धि की कामना करता हूं.'
राहुल गांधी ने भी दी झारखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
राहुल गांधी ने भी झारखंड स्थापना दिवास की राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने एक्स पर लिखा- 'झारखंड प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध संस्कृति और खनिज संपदा से भरपूर एक खूबसूरत राज्य है. यहां की सभ्यता और परंपराएं इस भूमि को और भी विशेष बनाती हैं. झारखंड के 25वें स्थापना दिवस पर सभी प्रदेश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं.'
झारखंड स्थापना दिवस की राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं
राज्यपाल संतोष गंगवार ने झारखंड स्थापना दिवस पर सभी राज्यवासियों को हार्दिक एवं शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा 'महान स्वतंत्रता सेनानी धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन.भगवान बिरसा मुंडा ने अल्पायु में ही मातृभूमि और जनजातीय अस्मिता की रक्षा के लिए जो अद्भुत संघर्ष किया, वह सभी के लिए प्रेरणास्रोत है. समस्त देशवासियों को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं.'
सीएम हेमंत ने भगवान बिरसा को किया नमन
सीएम हेमंत सोरेन ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें नमन किया. साथ ही झारखंड के 25 साल होने पर उन्होंने राज्यवासियों को दी. उन्होंने लिखा 'समस्त झारखण्ड वासी अपने वीर सपूत उलगुलान के महानायक धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को उनकी 150वीं जयंती पर नमन करते हैं…धरती आबा के आदर्शों पर चलकर ही वीर शहीदों ने अलग झारखण्ड राज्य की परिकल्पना को साकार किया, जिसका प्रतिफल है आज 25 वर्ष का युवा झारखण्ड धरती आबा को जोहार कर रहा है.'









