इतिहास परिचय : 1971 में आज ही के दिन हुआ था भारत का निर्णायक युद्ध-संकल्प
18 नवंबर इतिहास में कई अहम घटनाओं का साक्षी रहा-1971 के युद्ध की निर्णायक तैयारी, स्वतंत्रता आंदोलनों की प्रगति, विश्व राजनीति में बड़े बदलाव और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोजें. भारत और विश्व, दोनों स्तरों पर यह तारीख बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है.

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18 नवंबर इतिहास में कई अहम घटनाओं का साक्षी रहा-1971 के युद्ध की निर्णायक तैयारी, स्वतंत्रता आंदोलनों की प्रगति, विश्व राजनीति में बड़े बदलाव और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोजें. भारत और विश्व, दोनों स्तरों पर यह तारीख बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है.
1971 – भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध-रणनीति को अंतिम रूप दिया
18 नवंबर 1971 को भारतीय सेना और सरकार ने पूर्वी पाकिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन को रोकने के लिए निर्णायक रणनीति तैयार की. इसी तैयारी ने दिसंबर 1971 के युद्ध में भारत की विजय की नींव रखी.
1962 – रेज़ांग ला: 13 कुमाऊँ के सैनिकों ने चीन के खिलाफ शौर्य दिखाया
भारत-चीन युद्ध के दौरान 18 नवंबर को मेजर शैतान सिंह और उनके 123 सैनिकों ने रेज़ांग ला में असाधारण साहस का प्रदर्शन किया. इसे भारतीय सैन्य इतिहास का सबसे गौरवपूर्ण अध्याय माना जाता है.
1928 – साइमन कमीशन के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन तेज
18 नवंबर 1928 को साइमन कमीशन का कई शहरों में व्यापक विरोध हुआ. ‘साइमन गो बैक’ के नारे देश भर में गूंजे और स्वतंत्रता आंदोलन को नया बल मिला.
वैश्विक घटनाएं
1821 – पनामा ने स्पेन से स्वतंत्रता घोषित की
पनामा ने आज ही के दिन स्पेन से अलग होकर स्वतंत्र राष्ट्र बनने की दिशा में पहला कदम उठाया. यह घटना लैटिन अमेरिकी देशों में स्वतंत्रता की लहर का हिस्सा थी.
1883 – ब्रिटेन और मिस्र के बीच सूडान को लेकर समझौता
18 नवंबर 1883 को सूडान में प्रशासनिक नियंत्रण को लेकर ब्रिटिश और मिस्र शासन के बीच अहम राजनीतिक समझौता हुआ. इससे अफ्रीका में औपनिवेशिक समीकरण बदले.
1926 – विश्व की पहली डेडिकेटेड रेडियो नेटवर्क लिंक शुरू
इस दिन अमेरिका में पहली बार रेडियो प्रसारण नेटवर्क जोड़कर लाइव प्रोग्राम विभिन्न शहरों में प्रसारित किया गया, जिससे आधुनिक प्रसारण प्रणाली की शुरुआत मानी जाती है.
1963 – पुशिंग मेथड द्वारा पहला सफल दर्द-मुक्त प्रसव
18 नवंबर 1963 को यूरोप में मेडिकल इतिहास बना जब बिना एनेस्थीसिया के ‘नेचुरल पेन-रिलीफ’ तकनीक का पहला सफल प्रयोग किया गया.
1987 – ईरान-इराक युद्ध में संयुक्त राष्ट्र ने शांति प्रस्ताव पर जोर दिया
यूएन ने 18 नवंबर को दोनों देशों से युद्ध विराम की अपील की. यह संघर्ष मध्य पूर्व में दशकभर अस्थिरता का कारण बना था.
1991 – क्रोएशिया में वुकोवार शहर का पतन
युगोस्लाव युद्ध के दौरान वुकोवार की घेराबंदी खत्म हुई और शहर को भारी नुकसान झेलना पड़ा. इसे यूरोप के सबसे विनाशकारी युद्ध अध्यायों में गिना जाता है.
2002 – नाटो ने रूस के साथ संयुक्त सहयोग का नया ढांचा अपनाया
नाटो और रूस ने वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर संयुक्त कार्य के लिए नई साझेदारी की घोषणा की. यह शीत युद्ध के बाद संबंधों में महत्वपूर्ण मोड़ था.









