बांग्लादेश की पहली प्रधानमंत्री ने ली अस्पताल में अंतिम सांस, भारत से कैसे थे इनके रिश्ते?
बांग्लादेश की पहली महिला पीएम खालिदा जिया का राजधानी ढाका में निधन हो गया. 80 वर्ष की खालिदा की सेहत नासाज थी, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तीन बार पीएम के पद पर रही खालिदा ने अपने कार्यकाल के दौरान भारत को उचित एहमियत नहीं दी थी.

BANGLADESH: बांग्लादेश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया का मंगलवार, 30 दिसंबर, को ढाका के एक अस्पताल में निधन हो गया. खालिदा जिया बांग्लादेश की तीन बार प्रधानमंत्री रह चुकी थी. उन्होंने अपने पति, जियाउर रहमान, की मृत्यु के बाद राजनीति में प्रवेश किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स-डोट-कॉम में ट्वीट कर तस्वीरें साझा की और दुख व्यक्त किया.

पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के निधन के चलते बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने राष्ट्रीय शोक का सम्मान करते हुए BPL के मंगलवार के दोनों मुकाबलों को रद्द कर दिया. BCB ने क्रिकेट के विकास में खालिदा जिया के योगदान को याद करते हुए कहा कि स्थगित मैचों की नई तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी.
बांग्लादेश की अस्थिर हालात के बीच पूर्व प्रधानमंत्री का ऐसे समय में निधन हो गया जब कयास लगाए जा रहे हैं कि फरवरी माह में चुनाव होने वाले हैं. हालांकि चुनाव की घोषणा भी की जा चुकी है, तारीख 12 फरवरी तय की गई है.
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड सहित पूरे देश में इस खबर के कारण शोक की दौड़ गई. बता दें कि BPL के मंगलवार को होने वाले दोनों मुकाबलों को रद्द करने का फैसला लिया गया है.
खालिदा जिया के लिए भारत का महत्व उनके भारत-विरोधी रुख और बांग्लादेश की राजनीति में भारत की भूमिका को कम करने की उनकी नीतियों के कारण जटिल और अक्सर तनावपूर्ण रहा है. उन्होंने भारत-बांग्लादेश मैत्री संधियों को 'गुलामी' कहा, भारत-बांग्लादेश कनेक्टिविटी का विरोध किया, और उनके कार्यकाल में भारत विरोधी ताकतों (जैसे ISI और पूर्वोत्तर के उग्रवादी समूह) को बढ़ावा मिला, जिससे भारत के लिए उनका महत्व एक ऐसे नेता के रूप में था जो क्षेत्रीय सुरक्षा और भारत-बांग्लादेश संबंधों के लिए चुनौती पेश करती थीं.









