झारखंड में मतदाताओं का पैरेंटल मैपिंग अनिवार्य: CEO के. रवि कुमार सभी जिला के निर्वाचन पदाधिकारियों संग की बैठक
झारखंड मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने सभी जिला के निर्वाचन पदाधिकारियों, निर्वाचन निबंधन पदाधिकारियों और सहायक निर्वाचन निबंधन पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. इस दौरान उन्होंने निर्देश देते हुए मतदान केंद्रों का रेशनलाइजेशन सुनिश्चित करने और SIR में गलतियों से बचने के निर्देश दिए.

Ranchi: झारखंड में पैरेंटल मैपिंग जरूरी कर दी गई है. आपको बता दें, सोमवार (23 दिसंबर 2025) को झारखंड मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने सभी जिला के निर्वाचन पदाधिकारियों, निर्वाचन निबंधन पदाधिकारियों और सहायक निर्वाचन निबंधन पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. इस दौरान उन्होंने निर्देश देते हुए मतदान केंद्रों का रेशनलाइजेशन सुनिश्चित करने और SIR में गलतियों से बचने के निर्देश दिए.
उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य वोटर लिस्ट (मतदाता सूची) चुनाव प्रक्रिया को सुगम और त्रुटि रहित बनाना है. इस संबंध में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने सभी पदाधिकारियों को आदेश देते हुए तत्परता पूर्वक करने को कहा. जिससे आगामी चुनावों में किसी प्रकार की कोई परेशानी या बाधा न आए. 
मौके पर बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा कि मतदाता सूची के एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) के तहत मतदाताओं की पैरेंटल मैपिंग अधिक से अधिक कराएं. ताकि इससे कोई भी वोटर (मतदाता) वंचित न रहें. मैपिंग के दौरान सभी मतदाताओं की उनके पैंरेंट्स से ही मैपिंग करें.
भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के अनुसार ही सभी कार्यों को करें. SIR के क्रम मतदाताओं को कम से कम दस्तावेज देना पड़े. इसे भी सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि मतदाताओं को SIR के क्रम होन वाली त्रुटियों की जानकारी भी दी जाएं ताकि उससे बचा जा सकें.
के. रवि कुमार ने नजरी नक्शा बनाते समय बिना नंबर वाले घरों को नोशनल नंबर देने का निर्देश भी दिया. उन्होंने कहा कि नजरी नक्शा बनाते वक्त नए घरों या जिन घरों को कोई नंबर नहीं दिया गया है उसको लेकर के भी जानकारी दी जाए. मौके पर बैठक में सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी, ईआरओ, एईआरओ और उप निर्वाचन पदाधिकारी मौजूद रहें.
रिपोर्ट- यशवंत कुमार









