RJD की हार का ग़म नहीं झेल सका तेजस्वी यादव का फैन, उठाया खतरनाक कदम
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत और RJD की हार से एक युवक इतना टूट गया कि उसने गम में खतरनाक कदम उठा लिया. युवक तेजस्वी यादव का कट्टर समर्थक है और चुनाव में आरजेडी की हार से उसे इतना बुरा लगा कि उसने अपना हाथ काट लिया !

Jehanabad: ऐसे कई लोग होते हैं जिनका किसी पार्टी या नेता से से लगाव इतना अधिक होता है कि वे उनके लिए कुछ भी करने को अक्सर तैयार रहते हैं ऐसा ही कुछ नजारा बिहार विधानसभा चुनाव के खत्म होने के बाद देखने को मिला. बिहार चुनाव में एनडीए ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल कर ली है जिसके बाद इस खेमे में जीत के जश्न का माहौल है.
वहीं दूसरी तरफ बिहार चुनाव में एनडीए की जीत ने महागठबंधन के सभी दलों को झकझोर कर रख दिया है. अब महागठबंधन की सभी पार्टियां चुनाव में अपने दलों के करारी हार की समीक्षा में जुट गई हैं. दरअसल, RJD (राष्ट्रीय जनता दल) को बिहार में काफी प्रभावशाली पार्टी माना जाता है और चुनाव में इस इतना बुरा रिजल्ट ने पार्टी प्रमुख लालू यादव और तेजस्वी यादव सहित पार्टी के तमाम दिग्गजों की चिंता बढ़ा दी है.
चुनाव में आरजेडी की हार के बाद सिर्फ नेता ही नहीं बल्कि रात-दिन एक करके पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता और उनके चाहने वाले लोग काफी दुखी है इसी बीच बिहार से एक ऐसी खबर आई है जिसे सुनकर आपका दिल दहल उठेगा. इस खबर को सुनने के बाद स्थानीय लोग भी हैरान है. बता दें, मामला जहानाबाद जिले से सामने आया है जहां एक युवक ने खतरनाक कदम उठाया है.
जहानाबाद का युवा फैन उठा बैठा खतरनाक कदम
जानकारी के अनुसार, जिले के परस बिगहा थाना क्षेत्र के अमैन गांव निवासी अवधेश प्रसाद का बेटा सिकंदर कुशवाहा (30 वर्ष) तेजस्वी यादव का कट्टर समर्थक है और वह उनके लिए मरने तक को तैयार है. बताया जा रहा है कि सिकंदर बैंगलोर में प्राइवेट नौकरी करता है. बिहार विधानसभा चुनाव के उपरांत जब चुनाव परिणाम सामने आया तो वह मानसिक रूप से टूट गया और इस गम से उसने अपने हाथ काट लिया ! सोशल मीडिया में एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है.
हालांकि इस वीडियो की पुष्टि नक्षत्र न्यूज नहीं करता है और न ही इस तरह की कोई हरकत करने के लिए प्रोत्साहित करता है. सिकंदर ने कहा- “तेजस्वी मेरे आदर्श हैं, ग़म सहन नहीं हुआ” फोन पर बातचीत में सिकंदर ने बताया कि “तेजस्वी यादव गरीबों के मसीहा हैं. उनके लिए जान भी दे सकते हैं, अगर वह कहें तो. हार का दुख सहन नहीं हुआ, इसलिए ग़म में हाथ काट लिया.”
तेजस्वी यादव को माता-पिता से बढ़कर मानता है सिकंदर- परिजन
परिवार के अनुसार, पिछले 14 साल से वह तेजस्वी यादव को अपने माता-पिता से बढ़कर मानता है. चुनाव नतीजे आते ही वह भावनात्मक तौर पर टूट गया और आवेश में यह कदम उठा लिया. वहीं, इस घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने सिकंदर की प्राथमिक इलाज में मदद की. हालांकि हमारा चैनल आप दर्शकों से अपील करता है कि आप ऐसी किसी भी खतरनाक हरकत करने की कोशिश न करें. चुनावी परिणाम लोकतंत्र का एक हिस्सा हैं, और आपका जीवन उससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण है. मानसिक तनाव या भावनात्मक दबाव की स्थिति में परिजनों, अपने दोस्तों या विशेषज्ञों की मदद लें.
रिपोर्ट- बरुण कुमार









