‘स्वाभिमानी बिरसा-2025’ का तीसरा दिन रहा रचनात्मक उत्साह से भरपूर, बिरसा मुंडा के वंशज भी होंगे कार्यक्रम में शामिल
झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में ‘स्वाभिमानी बिरसा-2025’ के तासरे दिन पर पेंटिंग, कविता, क्विज और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ. उलिहातू में बिरसा मुंडा के वंशज को आमंत्रित किया गया. लोगो प्रतियोगिता में मनीष कुमार विजेता बने. समारोह ने छात्रों में जनजातीय गौरव और स्वाभिमान की भावना को प्रज्वलित किया.

NAXATRA NEWS
RANCHI: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर मनाए जा रहे "जनजातीय गौरव दिवस" के तहत ‘स्वाभिमानी बिरसा-2025’ के तीसरे दिन में अनेक रचनात्मक और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की गईं. विश्वविद्यालय परिसर और रांची के विभिन्न विद्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों को धरती आबा के जीवन, आदर्शों और जनसेवा की भावना से जोड़ना रहा.

विद्यालय स्तर पर क्विज और निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें क्रमशः 372 और 318 विद्यार्थियों ने भाग लिया. क्विज का विषय “भगवान बिरसा मुंडा के योगदान” और निबंध का विषय “धरती आबा” रखा गया. इन प्रतियोगिताओं का सफल संचालन सीयूजे के बी.एड. इंटर्न्स और विद्यालय प्राचार्यों के सहयोग से हुआ. कार्यक्रम संयोजक डॉ. एम. रामकृष्णा रेड्डी ने कहा कि इन आयोजनों से छात्रों में बिरसा मुंडा के मूल्यों और बलिदान के प्रति गर्व की भावना जागृत होगी.

उलिहातू यात्रा और लोगो प्रतियोगिता की घोषणा
सीयूजे की एक टीम ने बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू का दौरा कर उनके वंशज श्री सुखराम मुंडा को समारोह के लिए आमंत्रित किया. टीम ने डोंबारीबुरु तक होने वाली गौरव यात्रा की भी तैयारी की.
‘स्वाभिमानी बिरसा-2025’ के लोगो डिजाइन प्रतियोगिता में एमबीए विभाग के मनीष कुमार को विजेता घोषित किया गया, जिनका डिज़ाइन “सशक्त धनुर्धर” बिरसा की क्रांतिकारी भावना का प्रतीक है. उन्हें ₹5000 और प्रशस्ति पत्र से 15 नवंबर को सम्मानित किया जाएगा.
विश्वविद्यालय में “आदिवासी संस्कृति में बिरसा” विषय पर पेंटिंग और कविता पाठ प्रतियोगिताएँ भी हुईं. कविता पाठ में अंकित यादव, स्मृति बिस्वास, सिद्धि दात्री और अदिति कुमारी विजेता रहे, जबकि पोस्टर प्रतियोगिता के परिणाम कल घोषित होंगे.
उलिहातू में बिरसा मुंडा के वंशज से भेंट और गौरव यात्रा की तैयारी
इन आयोजनों के दौरान ही सीयूजे के एक दल ने भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू का दौरा किया. टीम ने बिरसा मुंडा के वंशज सुखराम मुंडा से भेंट की और उन्हें होने वाले भव्य समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. डॉ के. बी. सिंह के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने बीडीओ आर्की, गणेश महतो से भी मुलाकात की, जिन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया. बताया कि यह यात्रा सीयूजे के मनातू परिसर से उलिहातु एवं डोंबारीबुरु तक जाएगी. यह स्थान सार्वजनिक जागरूकता और गर्व की तीर्थयात्रा का प्रतीक है.









