शपथ ग्रहण की अगली सुबह विपक्षी दल के नेता की हत्या, बिहार की सियासत में मचा बवाल
बिहार में नई सरकार के शपथ ग्रहण के अगले ही दिन वीआईपी पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष कामेश्वर सहनी की हत्या से राजनीति गर्मा गई है. विपक्षी दलों ने सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पूर्व विधि मंत्री डॉ. शमीम अहमद ने हत्या को सत्ता संरक्षित अपराधियों की साजिश बताया है.

BIHAR (MOTIHARI): बिहार में नई सरकार के शपथ ग्रहण के अगले ही सुबह राजनीतिक भूचाल आ गया है. शुक्रवार सुबह पूर्वी चंपारण जिले के तिनकोनी गांव में वीआईपी पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष कामेश्वर सहनी (50) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई, वहीं राजनीतिक गलियारों में तूफान मच गया है.
पूर्व विधि मंत्री का हमला - “सत्ता संरक्षित अपराधियों ने की हत्या”
पूर्व विधि मंत्री सह नरकटिया विधायक डॉ. शमीम अहमद ने सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा कि कामेश्वर सहनी की हत्या “साजिशन सत्ता संरक्षित अपराधियों” द्वारा की गई है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब पुलिस गांव में मौजूद थी, तो घर के अंदर बदमाश किस तरह घुसकर अंधाधुंध गोलियां बरसा गए.

डॉ. अहमद ने कहा कि नई सरकार ने कल ही शपथ ली और आज ही विपक्षी दल के नेता की हत्या हो गई. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं हुई, तो जन आंदोलन शुरू किया जाएगा.
सुबह 6 बजे 10 राउंड फायरिंग, सिर और सीने में लगीं 5 गोलियां
जानकारी के अनुसार सुबह करीब 6 बजे कामेश्वर सहनी घर के बाहर हाथ-पैर धो रहे थे, तभी बाइक सवार बदमाश पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. बदमाशों ने लगभग 10 राउंड फायरिंग की, जिसमें सहनी को 5 गोलियां लगीं - चार सिर में और एक सीने में. मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
कामेश्वर सहनी वीआईपी पार्टी में काफी सक्रिय थे और पार्टी ने उन्हें छौड़ादानों प्रखंड अध्यक्ष के साथ-साथ रक्सौल संगठन जिला का प्रभारी भी बनाया था. निषाद समाज में उनकी मजबूत पकड़ थी और वे पंचायत समिति सदस्य भी रह चुके थे.
हत्या के बाद पुलिस जांच में जुटी है, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है और वरीय अधिकारियों ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. क्षेत्र में तनाव बना हुआ है.









