पानी की पेटियों में चल रहा था शराब का काला धंधा, पुलिस ने किया भंडाफोड़
गिरिडीह के पीरटांड पुलिस ने पानी की पेटियों में छुपाकर लाई जा रही 380 पेटी अवैध शराब बरामद कर बड़ा खुलासा किया. मालवाहक गाड़ी से पानी की 32 पेटियाँ भी मिलीं. पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार कर 30 हजार रुपये नकद और अवैध शराब से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की.

JHARKHAND (GIRIDIH): जीवन दायिनी पानी का सहारा अब अवैध शराब कारोबारियों के लिए बचाव का माध्यम बनता जा रहा है. बुधवार को गिरिडीह एसपी डॉ. विमल कुमार और डुमरी एसडीपीओ सुमित प्रसाद ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर पानी की पेटियों में छुपाकर लाई जा रही भारी मात्रा में शराब की खेप का बड़ा खुलासा किया. प्रेसवार्ता में इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद और पीरटांड थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह विष्ट भी मौजूद थे.

पुलिस के अनुसार, डुमरी से गिरिडीह की ओर पानी लोड मालवाहक गाड़ी आने की सूचना मिली थी, जिसमें पानी की पेटियों के भीतर शराब की तस्करी होने का इनपुट था. जानकारी की पुष्टि होते ही एसपी के निर्देश पर पीरटांड थाना के समीप वाहन जांच अभियान चलाया गया. जांच के दौरान पानी लादे वाहन से 380 पेटी अवैध शराब और एदेनीस कंपनी के पानी से भरी 32 पेटियाँ बरामद की गईं.
एसपी ने बताया कि जब्त शराब 999 गोल्ड प्रीमियम ब्रांड की थी, जिसकी प्रति बोतल की कीमत लगभग 650 रुपये है. साथ ही मालवाहक गाड़ी के साथ राजस्थान के भरतपुर जिले के उदगा गांव निवासी चालक मुबारिक, रांची टाटीसिल्वे निवासी राहुल शर्मा उर्फ बालमुकुंद निराला उर्फ महादेव गणेश, और खूंटी निवासी रोहित गोप को गिरफ्तार किया गया.
जांच में खुलासा हुआ कि तस्करी में शामिल निराला गाड़ी को स्कॉर्ट कर गिरिडीह तक ला रहा था. उसकी गिरफ्तारी के समय 30 हजार रुपये नगद भी जब्त किए गए. पुलिस ने पुष्टि की कि निराला के खिलाफ झारखंड और बिहार के कई थानों में अवैध शराब तस्करी से जुड़े मामले दर्ज हैं.
पुलिस ने इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि जीवनदायिनी पानी की आड़ में चल रहे इस अवैध व्यापार पर लगाम लगाने के लिए आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.
रिपोर्ट: मनोज कुमार पिंटू









