फर्स्ट क्लास क्रिकेट का सबसे तेज शतक, बल्लेबाज ने जड़ रखा है अपने डेब्यू मैच में तिहरा शतक
सकीबुल गनी ने सबसे तेज फर्स्ट क्लास क्रिकेट का रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. गरीब परिवार से अपनी मेहनत के बलबूते नाम बनाने के सफर में एक नई सीढ़ी पार कर ली है. लेकिन नेशनल लेवल पर आने को अब भी इंतजार बरकरार है.

Cricket Record Breaking: अब तक सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए बिहार के कप्तान सकीबुल गनी ने 32 गेंदों में शतक जड़ दिया. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अब तक यह रिकॉर्ड पंजाब के अनमोलप्रीत सिंह के नाम था. जिन्होंने पिछले साल अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ मारा था.
आज ही दो बार टूटा यह रिकॉर्ड
बिहार के ही सूर्यवंशी ने खतरनाक बल्लेबाजी का नजारा पेश करते हुए महज 84 गेंदों में 190 रन का पहाड़नुमा स्कॉर अकेले खड़ा कर दिया. जिन्होंने सिर्फ 36 गेंदों में शतक लगाकर दूसरे सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड बना दिया. इनका यह रिकॉर्ड उनके ही कप्तान द्वारा कुछ देर बाद ही ध्वस्त कर दिया गया. इस प्रकार बिहार की टीम ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन दिखाते हुए 6 विकटों में 574 रन का पहाड़ अरुणाचल प्रदेश के सम्मुख खड़ा कर दिया.
यह पहाड़ जैसा स्कॉर लगभग अरुणाचल प्रदेश की टीम के लिए चेज कर पाना नामुमकिन ही साबित हुआ, और पूरी टीम केवल 177 रन में ही ऑलआउट हो गई. एकतरफा मुकाबले में यह मैच बिहार ने पूरे 397 रन से जीत लिया.

गनी ने 32 गेंदों में लगाया शतक
सकीबुल गनी ने बुधवार को अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ केवल 40 गेंदों में नाबाद 128 रन बनाए. उनकी विस्फोटक पारी में 10 चौके और 12 छक्के शामिल रहे. 26 वर्षीय गनी ने यह रिकॉर्ड बनाकर ईशान किशन का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने इसी टूर्नामेंट में कर्नाटक के खिलाफ 33 गेंदों में शतक लगाया था. गनी की इस तूफानी पारी ने दर्शकों और क्रिकेट विशेषज्ञों को हैरान कर दिया. गनी लिस्ट ए के इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय हैं. वहीं दुनिया में वो मैकगर्क और डिविलियर्स के बाद तीसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने सबसे तेज शतक लगाया है.
अब तक आईपीएल में मौका नहीं मिला
एकतरफा मुकाबले में टीम को जीत दिलाने और कप्तानी पारी के साथ सबसे तेज शतक जड़ने वाले सकीबुल गनी को किसी भी आईपीएल टीम ने अब तक मौका नहीं दिया है. इससे पहले भी गनी कई इतिहास रच चुके हैं. लेकिन तमाम तूफानी रिकॉर्ड्स के बाद भी गनी को अबतक आईपीएल में मौका नहीं मिल सका है.
रणजी ट्रॉफी के डेब्यू में जड़ा तिहरा शतक
सकीबुल गनी ने अंडर-19 स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया और इसके बाद रणजी ट्रॉफी में उनका नाम तेजी से उभरा. उन्होंने मिजोरम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करते हुए 341 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली. यह डेब्यू मैच में तिहरा शतक लगाने का अनोखा रिकॉर्ड था. उस पारी में उन्होंने 56 चौके और दो छक्के जड़े, जिससे उनकी प्रतिभा पूरे देश के सामने आ गई.
"मां बल्ले की नजर उतार दे"
साकिबुल अपने माता-पिता के छह बच्चों में सबसे छोटे हैं. उनकी मां आसमां खातून ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि जब वह घर से निकले तो उन्होंने गनी को तीन बल्ले गिफ्ट किए थे. इस पर गनी ने कहा था, 'अम्मा इन बल्लों की नजर उतार दे.' इसके बाद आसमां ने सरसों के बीज के धुएं से बल्लों की नजर उतारी. गनी ने इन्हीं बल्लों से से 341 रन की पारी खेली.
सकीबुल गनी का सफर आसान नहीं रहा. एक समय ऐसा भी था जब उनके पास बल्ला खरीदने के लिए पैसे तक नहीं थे. परिवार की आर्थिक स्थिति साधारण थी. ऐसे में उनकी मां ने अपने गहने गिरवी रखकर बेटे को नया बल्ला दिलाया. उनके बड़े भाई फैसल ने एक मीडिया बातचीत में बताया कि जब सकीबुल रणजी खेलने जा रहे थे, तब मां ने उन्हें तीन बैट दिए और कहा था, 'जाओ बेटा, तीन शतक लगाकर आना.' सकीबुल ने सच में मैदान पर जाकर यह सपना पूरा कर दिया.









