साहिबगंज में अंधविश्वास ने ली बुजुर्ग की जान, डायन-बिसाही के आरोप में ग्रामीणों ने की बुजुर्ग की हत्या
ग्रामीणों ने बुजुर्ग को गांव के चौराहे पर एक पेड़ के साथ बांध दिया और उसकी इतनी बेहरमी से पिटाई की, कि बुजुर्ग ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.

Naxatra News Hindi
Ranchi Desk:झारखंड सरकार राज्य के अलग-अलग हिस्सों (जिलों) में जिला प्रशासन के माध्यम से लगातार डायन-बिसाही और कुप्रथाओं खिलाफ लोगों को जागरूक करने उन्हें अंधविश्वास के मार्ग से निकालने के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है जगह-जगह पर कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कराए जाते है और अब भी कराए जा रहे हैं लेकिन लोगों में अवेयरनेस (जागरूकता) कार्यक्रमों का भी कुछ असर नहीं दिख रहा है. लोग डायन-बिसाही के नाम पर लोगों की जान तक ले लेते हैं. अब साहिबगंज जिले से कुछ ऐसी ही दिल को दहला देने वाली एक खबर सामने आई है जहां अंधविश्वास और डायन होने के शक ने एक बुजुर्ग की जान ले ली.
बता दें, यह पूरा मामला जिले के तीनपहाड़ थाना इलाके का है जहां लोगों ने डायन बिसाही का आरोप लगाकर एक बुजुर्ग व्यक्ति की निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी. मृतक बुजुर्ग गोइया पहाड़िया (60 वर्ष) बड़ा दुर्गापुर पंचायत के तेलों टोक गांव का रहने वाला था. जिसका गांव वालों ने पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी. इससे पहले ग्रामीणों ने बुजुर्ग को गांव के चौराहे पर एक पेड़ के साथ बांध दिया और उसकी इतनी बेहरमी से पिटाई की, कि बुजुर्ग ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
इधर, इस घटना पर मृतक गोइया पहाड़िया की पत्नी चांदी पहाड़िन और बेटी सोनाली पहाड़िन ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव के प्रधान के परिवार और अन्य ग्रामीणों ने इस जघन्य घटना को अंजाम दिया है. मामले में गांव में पंचायत बैठा गया था जिसके बाद गोइया पहाड़िया अपने घर आ गए थे लेकिन इसके बाद गांव वाले और प्रधान के परिवार वाले उसे घर से जबरदस्ती खींचकर ले गए और पेड़ के साथ बांधकर उसकी बेरहमी से पिटाई की. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.









