रोहन बोपन्ना ने कहा टेनिस को अलविदा: 20 साल के ‘असंभव और प्रेरणादायक’ सफर का अंत
भारतीय टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना ने 20 साल के लंबे और गौरवशाली करियर को अलविदा कह दिया है. 44 साल की उम्र में सबसे उम्रदराज ग्रैंड स्लैम विजेता और वर्ल्ड नंबर 1 बनने वाले बोपन्ना ने पेरिस मास्टर्स 1000 में अपना आखिरी मैच खेलकर पेशेवर टेनिस से संन्यास की घोषणा की.

Naxatra Sports Desk
20 साल के सुनहरे सफर का समापन
भारतीय टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने आखिरकार अपने शानदार करियर पर पूर्ण विराम लगा दिया है. दो दशकों से अधिक समय तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले बोपन्ना ने पेरिस मास्टर्स 1000 में अपना आखिरी मुकाबला खेला. उन्होंने इस भावुक पल को “असंभव और प्रेरणादायक यात्रा” बताया.
अविस्मरणीय उपलब्धियां
44 वर्षीय बोपन्ना ने हाल ही में इतिहास रचते हुए ग्रैंड स्लैम विजेता और वर्ल्ड नंबर 1 बनने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी का गौरव हासिल किया था. उन्होंने अपने करियर में कई प्रतिष्ठित खिताब जीते और भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गर्व महसूस कराया. उनकी निरंतरता, फिटनेस और समर्पण नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं.
पेरिस मास्टर्स में आखिरी पड़ाव
बोपन्ना ने अलेक्जेंडर बुब्लिक के साथ जोड़ी बनाकर पेरिस मास्टर्स 1000 में आखिरी बार कोर्ट पर कदम रखा. हालांकि, यह जोड़ी जॉन पीयर्स और जेम्स ट्रेसी के खिलाफ 5-7, 6-2, 10-8 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई. इसके साथ ही बोपन्ना के शानदार करियर का समापन हुआ.
फैंस और टेनिस जगत की भावनाएं
सोशल मीडिया पर बोपन्ना के रिटायरमेंट के बाद फैंस और साथी खिलाड़ियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. उनके योगदान को भारतीय टेनिस के स्वर्णिम अध्याय के रूप में याद किया जाएगा. बोपन्ना ने अपने संदेश में कहा, “यह सफर मेरे लिए असंभव सपनों को साकार करने जैसा था.”









