देश की आंतरिक सुरक्षा पर सेंधमारी ! Ranchi पुलिस ने पाकिस्तान से हथियार कनेक्शन का किया चौंकाने वाला खुलासा
हाल ही में कार्रवाई के दौरान यह बात सामने आई थी कि 20 से 21 पिस्टल की डिलीवरी उसी रास्ते से किया गया था. और धमकी और रंगदारी के जरिए जो पैसा वसूला गया था उन पैसों का इस्तेमाल फिर से हथियार खरीदने में खर्च करने की सूचना है.

Crime News: सुजीत सिन्हा और प्रिंस खान गिरोह देश के आंतरिक सुरक्षा को भी नुकसान पहुंचाने में लगे हुए है. सूचना के अनुसार, इस गिरोह के सदस्यं द्वारा वसूली गई लेवी और रंगदारी को UAE के माध्यम से पाकिस्तान भेजा जाता है और अवैध हथियार खरीदने में इस्तेमाल किया जाता है. दरअसल, चौंकाने वाला यह खुलासा रांची पुलिस ने किया है.
रांची पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
बता दें, रांची पुलिस ने पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से हथियार मंगाकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. साथ ही इस गिरोह के चार अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है. हालांकि इसका खुलासा तब हुआ जब बीआईटी मेसरा ओपी की पुलिस ने रंगदारी मांगने और धमकी देने के मामले में 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से तीन लोडेड पिस्टल, 7 मैगजीन,13 कारतूस समेत अन्य सामाने भी बरामद की हैं. वहीं जब बरामद हथियारों के बारे में पूछताछ की गई तो अपराधियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया, उन्होंने बताया कि ये हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से मंगाया गया था. इन हथियारों को सुजीत सिन्हा और प्रिंस खान अपने गुर्गों को आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए देते है.
वसूली के पैसों से मंगवाया जाता है हथियार
इस संबंध में रांची सिटी एसपी पारस राणा ने बताया कि प्रिंस खान ड्रोन के जरिए पंजाब से होते हुए पाकिस्तान से हथियार मंगवाता था और उन हथियारों को सुजीत सिन्हा रिसीव करते हुए रांची में एंट्री करवाता था. हाल ही में कार्रवाई के दौरान यह बात सामने आई थी कि 20 से 21 पिस्टल की डिलीवरी उसी रास्ते से किया गया था. और धमकी और रंगदारी के जरिए जो पैसा वसूला गया था उन पैसों का इस्तेमाल फिर से हथियार खरीदने में खर्च करने की सूचना है. ये पैसे प्रिंस खान के पास जा रहा है जो दुबई में बैठा है.
बड़े-बड़े बिजनेसमैन का कॉन्टैक्ट डिटेल्स निकालते थे गिरफ्तार अपराधी
पुलिस गिरफ्त में आए अपराधी सुजीत सिन्हा के गैंग कोयलांचल शांति सेवा और प्रिंस खान के गैंग के लिए काम करते हैं. पाकिस्तानी हथियार मिलने के बाद पुलिस के कान खड़े हो गए और फिर किस तरह से पाकिस्तान से हथियार भारत और अलग-अलग राज्यों में पहुंच रहा है. इसका भी खुलासा हुआ. पारस राणा ने आगे बताया कि इनका मुख्य काम हथियार को एक जगह से दूसरे जगह भिजवाना और रांची के बड़े-बड़े बिजनेसमैन का कॉन्टैक्ट डिटेल्स निकालना था. और बिजनेसमैन्स को हथियारों का वीडियो क्लिप बनाकर भेजते थे जिससे उनमें भय पैदा किया जा सकें और पैसे की वसूली की जाए.
सुजीत सिंह गिरोह के 10 सदस्यों को पुलिस ने पहले ही किया है गिरफ्तार
इधर, इस संबंध में सिटी एसपी पारस ने बताया है कि पुलिस के हाथों कई सबूत लगी है जिसमें पाकिस्तान के सप्लायर का नाम, हथियार किस जगह ड्रॉप किया जाता था और हथियार ड्रॉपिंग की जगह से कुछ लड़कियां हथियारों का डिलीवरी के लिए रांची आती थी. बता दें, इससे पहले रांची पुलिस ने सुजीत सिंह गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसमें से एक अपराधी को मुठभेड़ में गोली भी लगी थी. अब पुलिस पाकिस्तान से हथियार कनेक्शन की जांच में जुट गई है. हथियार सप्लाई की चेन में शामिल लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि पहले से ही झारखंड एटीएस इस पर काम कर रही है.
रिपोर्ट- Kamal kumar









