बाबानगरी में ठंड से बेहाल लोग, कुहासा और कनकनी ने थामी जनजीवन की रफ्तार
कपकपाती ठंड से बेहाल झारखंड के लोगों को सूर्य के भी अब दर्शन नहीं हो रहे. वहीं मौसम विभाग की माने तो अगले कुछ दिन इसी प्रकार व्यतीत होने वाले हैं. झारखंड में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है. उत्तर-पश्चिम से आ रही है उत्तरी हवाओं की वजह से न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री से ज्यादा की कमी दर्ज हुई है. राजधानी रांची में पड़ रही कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है.

JHARKHAND (DEOGHAR): पौष मास की कपकपाती ठंड ने शुक्रवार को देवघर जिले में जनजीवन को पूरी तरह से जकड़ लिया. भयंकर कुहासा और तीखी कनकनी के कारण आम लोगों की जिंदगी की रफ्तार थम सी गई. गुरुवार से ही मौसम में ठंड का असर महसूस किया जा रहा था, लेकिन शुक्रवार की सुबह हालात और भी ज्यादा गंभीर नजर आए. घना कुहासा इस कदर छाया रहा कि सुबह 10 बजे के आसपास जाकर कहीं सूर्यदेव के दर्शन हो सके. इसके बाद भी दिनभर सूरज और बादलों के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहा.

सुबह से ही सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी नजर आई. दृश्यता कम होने के कारण वाहन चालक खासे सतर्क दिखे. कनकनी भरे ठंड ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया. सुबह की सैर, पूजा-पाठ और दैनिक कार्यों के लिए निकलने वाले लोगों की संख्या में भी भारी कमी देखने को मिली. ठंड का असर इतना अधिक रहा कि लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकलते नजर आए. दोपहर बाद भी ठंड से राहत नहीं मिली. अपराह्न तीन बजे के बाद कनकनी और तेज हो गई, जिससे बाजारों में चहल-पहल अन्य दिनों की तुलना में काफी कम रही. आमतौर पर शाम के समय गुलजार रहने वाले प्रमुख बाजार, चौक-चौराहे और सड़कें सुनसान नजर आईं. दुकानदारों ने बताया कि ठंड के कारण ग्राहक कम पहुंचे, जिससे कारोबार पर भी असर पड़ा.

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को देवघर जिले का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि तापमान के आंकड़े बहुत अधिक नीचे नहीं गए, लेकिन ठंडी हवाओं और घने कुहासे के कारण ठंड का एहसास कई गुना बढ़ गया. सुबह और शाम के समय शीतलहरी का प्रभाव ज्यादा देखने को मिला. कनकनी भरी ठंड का सबसे अधिक असर बुजुर्गों, बच्चों और मजदूर तबके पर पड़ा. दिहाड़ी मजदूरों को काम के लिए बाहर निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. कई स्थानों पर निर्माण कार्य और खुले में होने वाले काम भी प्रभावित रहे.

वहीं स्कूल जाने वाले बच्चों को भी ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा. ठंड से राहत दिलाने के लिए शहर के समाजसेवी संगठनों और नगर निगम की ओर से सराहनीय पहल की गई. शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर राहगीरों और जरूरतमंदों के लिए अलाव की व्यवस्था की गई, ताकि लोग ठंड से कुछ राहत पा सकें. अलाव के पास लोग देर तक बैठे नजर आए और ठंड से बचाव करते दिखे. ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रशासन की ओर से ठंड को देखते हुए कंबल वितरण किया जा रहा है.

साथ ही प्रमुख स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है, जिससे गरीब और असहाय लोगों को राहत मिल सके. प्रशासन ने ठंड को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील की है. कुल मिलाकर शुक्रवार का दिन देवघरवासियों के लिए ठंड और कुहासे से जूझने वाला रहा. मौसम विभाग के संकेतों के अनुसार आने वाले दिनों में भी ठंड का प्रकोप जारी रह सकता है. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और ठंड से बचाव के सभी जरूरी उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है.








