मसलिया–रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना में तेजी, CM ने लिया कार्य प्रगति का जायजा
दुमका के मुरगुनी में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सिद्धेश्वरी नदी पर निर्माणाधीन मसलिया–रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना का निरीक्षण किया. उन्होंने शेष कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिए. यह महत्वाकांक्षी परियोजना 22 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि को सिंचाई सुविधा प्रदान करेगी और क्षेत्र में रोजगार व पर्यटन को बढ़ावा देगी.

JHARKHAND (DUMKA): मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सोमवार को दुमका जिला अंतर्गत रानेश्वर प्रखंड के मुरगुनी में सिद्धेश्वरी नदी पर निर्माणाधीन मसलिया–रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना का निरीक्षण किया. उन्होंने अधिकारियों से परियोजना की प्रगति की विस्तृत जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान विधायक आलोक कुमार सोरेन, मुख्य सचिव अविनाश कुमार और सचिव प्रशांत कुमार भी उपस्थित रहे.

शेष कार्य जल्द पूरा करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना दुमका के किसानों के लिए जीवनरेखा सिद्ध होगी. इसके माध्यम से मसलिया और रानेश्वर प्रखंड के 22,283 हेक्टेयर भूमि तक सिंचाई सुविधा पहुंचाई जाएगी. उन्होंने निर्माण एजेंसी को तय समय सीमा में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि किसानों को इसका लाभ जल्द मिल सके.

परियोजना होगी बहुउपयोगी
मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि सिद्धेश्वरी नदी के जल का पूर्ण सदुपयोग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से परियोजना को बहुउपयोगी बनाया जा रहा है. इससे खेतों तक पानी पहुंचेगा, अतिरिक्त जल को तालाबों व जलाशयों में डाइवर्ट किया जा सकेगा, साथ ही भविष्य में पर्यटन और रोजगार अवसर भी बढ़ेंगे.

80% काम पूरा, अगले वर्ष जनवरी से सिंचाई शुरू
परियोजना का निर्माण कर रही एल एंड टी कंपनी ने बताया कि लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. बैराज लगभग तैयार है और 15 गेटों में 90% काम हो चुका है. तीन में से एक पंप हाउस बनकर तैयार है, जबकि बाकी दो पर तेजी से काम चल रहा है. कंपनी ने बताया कि जनवरी 2026 से 6400 हेक्टेयर भूमि में भूमिगत पाइपलाइन द्वारा सिंचाई सुविधा शुरू हो जाएगी.
226 गांव होंगे लाभान्वित
1313 करोड़ रुपये की लागत से बन रही इस परियोजना से मसलिया के 15 और रानेश्वर के 4 पंचायतों के 226 गांवों को सीधा लाभ मिलेगा. राज्य सरकार इसे अपनी सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मान रही है.









