मधुबनी पुलिस की बड़ी सफलता: अवैध हथियार, कारतूस और ब्राउन शुगर के साथ 5 कुख्यात अपराधी गिरफ्तार
किसी जमीन विवाद में दबंगई के इरादे से अपराधी राजनगर थाना इलाके के कुसमौल गांव पहुंचे थे. इसकी गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हथियार के साथ 5 कुख्यात अपराधियिों को दबोच लिया. फिलहाल पुलिस सभी अपराधियों से पूछताछ कर रही है.

Naxatra News Hindi
Madhubani: बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद राज्य पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. ताजा खबर मधुबनी जिले के राजनगर थाना पुलिस का है जहां पुलिस में बड़ी कार्रवाई करते हुए हथियार के साथ 5 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से कारतूस और ब्राउन शुगर भी बरामद किया है.
जानकारी के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ अपराधी एक जमीन विवाद को लेकर दबंगई दिखाने के इरादे से राजनगर थाना इलाके स्थित कुसमौल गांव पहुंचे है. इस सूचना पर राजनगर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस की टीम अपराधियों को पकड़ने के लिए मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए 5 अपराधियों को दबोच लिया. छापेमारी दल में राजनगर थानाध्यक्ष के साथ एसआई, सशस्त्र बल के जवान और खुफिया विभाग की टीम शामिल रही.
गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एक देशी कट्टा, कई जिंदा कारतूस, चार मोबाइल फोन, और कुछ मात्रा में ब्राउन शुगर बरामद किया है. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के क्रम अपराधियों ने बताया कि वे जिले के टॉप 10 अपराधियों की सूची में शामिल रोहित यादव के लिए काम करते हैं. 
वहीं पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में मोहम्मद नियाज़ अहमद उर्फ उजाले सहित कई पुराने आपराधिक इतिहास वाले व्यक्ति शामिल हैं, जो भूमि विवाद, रंगदारी और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे मामलों में संलिप्त रहे हैं. पुलिस ने बताया कि ये सभी आरोपी एक जमीन को कब्ज़ा करने की नीयत से कुसमौल जा रहे थे. इस दौरान इसकी सूचना पुलिस को मिली जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आपराधियों को दबोच लिया.
मधुबनी एसपी ने की राजनगर थाना टीम की सराहना
वहीं मामले में 5 कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है. मधुबनी एसपी योगेंद्र कुमार ने इस सफलता पर राजनगर थाना टीम की सराहना की है साथ ही कहा है कि जिले में कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी अपराधियों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, और उनके नेटवर्क की पूरी जांच की जा रही है. साथ ही ब्राउन शुगर की बरामदगी से यह स्पष्ट होता है कि ये लोग नशे के अवैध कारोबार में भी सक्रिय थे.









