लोहरदगा में नक्सल मुक्त अभियान पर जोर, SP ने कहा- अगले एक महीने में जिले से नक्सली गतिविधियों का होगा खात्मा
नक्सलियों के खिलाफ लोहरदगा पुलिस कार्रवाई कर रही है. जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन, छापेमारी और गश्ती अभियान चलाए जा रहे हैं. जिले में लगातार चल रही पुलिसिया कार्रवाई से नक्सली संगठनों की कमर टृूटी है.

Jharkhand (Lohardaga) : लोरहदगा जिले में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान को लेकर पुलिस प्रशासन ने एक बड़ा दावा कि है. जिला पुलिस अधीक्षक (SP) सादिक अनवर रिजवी ने बताया कि आने वाले एक महीने में लोहरदगा जिले से नक्सली गतिविधियों का पूरी तरह खात्मा कर दिया जाएगा. एसपी ने आगे कहा चाहे नक्सली संगठन माओवादी हो, जेजेएमपी हो या फिर टीपीसी किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
एसपी सादिक अनवर रिजवी ने कहा कि लोहरदगा जिले में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षा बलों का अभियान निर्णायक चरण में है. लगातार कार्रवाई, गिरफ्तारी और हथियारों की बरामदगी से नक्सली कमजोर हुए हैं. आने वाले एक महीने में जिले में नक्सलवाद समाप्त हो जाएगा.
नक्सलियों के खिलाफ जिले में लगातार चल रही पुलिसिया कार्रवाई और सुरक्षा बलों के दबाव से नक्सली संगठनों की कमर टूट चुकी है जिले में अब केवल माओवादी संगठन का रीजनल कमांडर और 15 लाख रुपये का इनामी नक्सली रविंद्र गंझू ही बचा है. पुलिस का कहना है कि उसके पास अब आत्मसमर्पण के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है.
एसपी सादिक अनवर रिजवी ने बताया कि जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन, छापेमारी और गश्ती अभियान चलाए जा रहे हैं. ग्रामीणों का भी पुलिस को भरपूर सहयोग मिल रहा है, जिससे नक्सलियों की सूचना तंत्र पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. सरकार की पुनर्वास और आत्मसमर्पण नीति के तहत नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का मौका दिया जा रहा है.
पुलिस प्रशासन का दावा है कि सुरक्षा बलों की सख्ती और विकास कार्यों की रफ्तार ने नक्सलियों को हाशिये पर धकेल दिया है. अब लोहरदगा जिले में अमन-चैन का माहौल बनाने की दिशा में निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं. अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो जल्द ही लोहरदगा नक्सल मुक्त जिले के रूप में एक नई पहचान हासिल करेगा.









