Deoghar: अंधविश्वास में बुजुर्ग महिला की हत्या, धड़ से सिर अलग कर खदान में फेंका शव
देवघर में ग्रामीणों ने 60 वर्ष की एक बुजुर्ग महिला की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उन्हें शक था कि वह डायन है. उन्होंने महिला की निर्ममता पूर्वक गलारेकर हत्या कर दी और शव को पत्थर खदान में फेंक दिया.

Crime News: देवघर जिले में अंधविश्वास ने एक बुजुर्ग महिला की जान ले ली है. बता दें, यह पूरी घटना जिले के मुधुपुर थाना स्थित स्थित मिशन गांव की है जहां दिल को दहला देने वाली एक खबर सामने आई है. इस खबर के सामने आने के बाद स्थानीय लोग अब डरे-सहमें और भयभीत है. दरअसल, ग्रामीणों ने गांव की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी, और उसके बाद शव को गौरीचक पत्थर खदान में फेंक दिया.
डायन होने की शक ने ली महिला की जान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना को अंजाम देने से पहले ग्रामीणों ने महिला को घर से घसीटकर बाहर निकाला था और उसके बाद उसका सिर धड़ से अलग करके निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने महिला कमली देवी (60 वर्ष) की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि उन्हें शक था कि वह डायन है.
घटना के संबंध में मृतक महिला के बेटे पिंकू मंडल ने बताया कि बीते 27 नवंबर 2025 की देर शाम उनके ही परिवार के लखन मंडल, गिरीश मंडल, अनिल मंडल, मुकेश मंडल और भागीरथी मंडल के साथ कुछ महिलाओं ने उनकी मां को घर से चुपचाप घसीटते हुए बाहर निकाला और उसके बाद गला रेतकर हत्या कर दी. फिर शव को गौरीचक खदान में फेंक दिया.
कपड़े और हाथों की चूड़ियों से परिजनों ने की पहचान
वहीं मामले की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 29 नवंबर 2025 को मृतक महिला का शव गौरीचक खदान से बरामद किया. इस दौरान शरीर के कपड़े और हाथों की चूड़ियों से परिजनों ने मृतक कमली देवी की पहचान की.
परिजनों ने आगे बताया कि कुछ दिनों पहले लखन मंडल के छोटे लड़के की मौत हुई थी और उसके परिवार के लोगों को यही लग रहा था कि कमली देवी ने ही जादू टोना के माध्यम से उसके बेटे की जान ले ली. इसीलिए लखन मंडल के साथ उसके सहयोगियों ने कमली देवी को घर से घसीटकर बाहर निकाला और उसकी गला रेतकर हत्या कर दी, फिर शव को खदान में फेंक दिया.
बख्शे नहीं जाएंगे दोषी, होगी कड़ी कार्रवाई- DSP
इधर, इस पूरी घटना को लेकर मधुपुर के डीएसपी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि शव की पहचान होते ही एफआईआर दर्ज करा ली गई. केस दर्ज होने के तुरंत बाद से ही आरोपियों की खोजबीन शुरू हो गई है. अंधविश्वास में आकर जिस तरीके से निर्मल हत्या की गई है यह जघन्य अपराध हैं. परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है. जांच दौरान आरोप सिद्ध होता हैं तो किसी भी आरोपी को नहीं बख्शा जाएगा.
आपको बता दें, देवघर और संथाल क्षेत्र में अब भी डायन बिसाही जैसी कुप्रथा के नाम पर हत्याएं हो रही है. जिससे यह पता चलता है कि संथाल क्षेत्र के सुदूर और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग आज भी मानसिक रूप से काफी पीछे हैं. लेकिन इन क्षेत्रों में अंधविश्वास और कुप्रथाओं के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है जिससे आने वाले समय में डायन बिसाही जैसे कुप्रथाओं के नाम पर होने वाली हत्याओं को रोका जा सकें.
रिपोर्ट- पंकज पांडे









