झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र के करीब आते ही तेजी से चढ़ने लगा राजनीतिक तापमान
झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी प्राथमिकताएं और एजेंडा स्पष्ट करते हुए सरकार के कामकाज से लेकर विपक्ष की रणनीति तक कई सवालों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

Ranchi News: झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र करीब आते ही राजनीतिक तापमान तेजी से चढ़ने लगा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों खेमों में रणनीतिक हलचल बढ़ गई है. बता दें, विधानसभा का यह चतुर्थ (शीतकालीन) सत्र 5 दिसंबर 2025 से शुरू होगा जो 11 दिसंबर 2025 तक चलेगा. राज्यपाल की ओर से मंजूरी के बाद विधानसभा सचिवालय की तरफ से औपबंधिक कार्यसूची जारी कर दी गई है जिसमें पांच कार्य दिवस होंगे.
इधर, विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी औपबंधिक कार्यसूची के बाद अब राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने मुद्दों धार देने, सदन की रणनीति तय करने और आगामी सत्र में बढ़त हासिल करने की कोशिश में जुट गई हैं. बता दें, सत्र को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी प्राथमिकताएं और एजेंडा स्पष्ट करते हुए सरकार के कामकाज से लेकर विपक्ष की रणनीति तक कई सवालों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. झारखंड विधानसभा का यह शीतकालीन सत्र राजनीतिक टकराव, बड़े मुद्दों की उठाने और कई अहम बहस का केंद्र बनने वाला है.
बीजेपी के मित्रों से हमें उम्मीद है कि...- जेएमएम
JMM (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि ये छोटा सत्र नहीं है. इस सत्र का सदुपयोग किया जाए और इसका रुप सकारात्मक दिया जाए तो पांच दिनों का कार्य दिवस बहुत होता है उन्होंने कहा कि बीजेपी के शासन काल में हमने तीन-तीन दिनों का सत्र देखा है. इसलिए ऐसे प्रश्न उठाने से पहले वे खुद ही सोच लें. कि उनके समय में क्या होता था. बीजेपी के मित्रों से हमें उम्मीद है कि वे सकारात्मक रुप दें, समय का सदुपयोग करें और जनहित से जुड़े मुद्दे सदन में उठाने का काम करें, साथ ही बहस करें लेकिन नकारात्मक राजनीति न करें. मनोज पांडेय ने कहा कि बहस के लिए सरकार भी तैयार है.
अपनी जवाबदेही और जिम्मेदारियों का निर्वाहन करें विपक्ष- कांग्रेस
वहीं कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि विपक्ष अपनी जवाबदेही और जिम्मेदारियों का निर्वाहन करें. अगर विपक्ष ऐसा करता है तो लोकतंत्र मजबूत होता है, सत्ता पक्ष मजबूत होता है और राज्य भी विकास की ओर अग्रसर होता है. लेकिन विपक्ष केवल सत्ता पक्ष पर प्रश्न ही खड़ा करने के लिए है तो विपक्ष को भी गिरेबान में झांककर देखने चाहिए. उन्होंने कहा कि तमाम मुद्दों को पूरी प्रखरता के साथ विपक्ष के प्रश्नों का जवाब देने का काम करेंगे. जिन मुद्दों को लेकर विपक्ष सदन में आएगी. लेकिन सदन के कार्यवाही को बाधित करने का प्रयास अगर विपक्ष के द्वारा होता है तो ऐसे में विपक्ष सिर्फ मुद्दा विहीन होकर अपनी राजनीति चमकाने का काम ही करेगी.
हेमंत सरकार अपने सभी विभागों में असफल साबित हुई- बीजेपी
वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अशोक बड़ाईक ने कहा कि हेमंत सरकार की ये द्वितीय कार्यकाल है इसमें सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर बीजेपी ने आरोप पत्र जारी किया है. अपने दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने पर हेमंत सरकार एक वर्ष की अपनी उपलब्धियां बता रही है वहीं बीजेपी और विपक्ष एक साथ विफलता दिलाने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार अपने सभी विभागों में असफल साबित हुई है. चाहें महिला सुरक्षा हो, युवाओं को नौकरियां देने का हो , झारखंडी अस्मिता का मामला हो, आदिवासी पिछड़ों की हक अधिकारी से वंचित करने का मामला हो. जिस तरीके से राज्य में भ्रष्टाचारी राज्य को खोखला करने का काम कर रहे है. इन सभी विषयों को लेकर विपक्ष सदन में अपनी आवाज उठाएगी. सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन सरकार पूरी की पूरी फिसड्डी साबित हुई.
रिपोर्ट- यशवंत कुमार









