शादी के 2 महीने बाद गायब हुई नवविवाहिता ! परिजनों ने ससुराल वालों पर लगाया गंभीर आरोप
शादी के 2 महीने बाद नवविवाहिता अपने ससुराल से गायब हो गई है. मामला पलामू के मोहम्मदगंज थाना इलाके स्थित कररिया गांव का है जहां बीते 6 दिसंबर से नवविवाहिता गायब हो गई है. मामले में परिजनों ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए है.

Jharkhand (Palamu): पलामू जिले में शादी को दो महीने बाद एक नवविवाहिता गायब हो गई है. इस संबंध में परिजनों ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए है. मामला जिले के मोहम्मदगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत कररिया गांव का है जहां बीते 6 दिसंबर 2025 (शनिवार) को अचानक नवविवाहिता गायब हो गई. इधर, इस मामले में ससुराल वालों के खिलाफ परिजनों ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी बेटी की हत्या करके उसे गायब किया गया है. वहीं इस पूरे मामले में अब पुलिस जांच-पड़ताल में जुट गई है.
8 अक्टूबर 2025 को हुई थी शादी
बता दें, उत्तर प्रदेश के रहने वाले अजीमुद्दीन अंसारी की बेटी शगुफ्ता प्रवीण की शादी 8 अक्टूबर 2025 को पलामू जिले के कररिया गांव निवासी अस्लामुद्दीन अंसारी के बेटे मोहम्मद फिरदौस अंसारी के साथ हुई थी. लेकिन अब शादी के दो महीने बाद ससुराल पक्ष की तरफ से नवविवाहिता के घर से गायब होने की जानकारी दी गई है. मामले की जानकारी जैसे ही नवविवाहिता के पिता को मिली वे उत्तर प्रदेश के मोहम्मदगंज थाना पहुंचे और इसकी सूचना दी. मामले की जानकारी के बाद थाना की तरफ से जांच शुरू कर दी गई है.
शिकायत दर्ज को लेकर मायके पक्ष वालों ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज नहीं होने पर वे हुसैनाबाद के ऊपरी कला स्थित अपने भाई के घर रुके. इस बीच हैदरनगर निवासी शगुफ्ता के नंदोई नसीम अंसारी वहां पहुंचे और उन्होंने अजीमुद्दीन अंसारी (शगुफ्ता के पिता) को धमकी दी. और कहा कि तुम्हारी बेटी मर जाएगी तो क्या होगा, हम लोग जमानत करा लेंगे. नंदोई नसीम अंसारी की धमकी का वीडियो अजीमुद्दीन अंसारी के मोबाइल में भी मौजूद है.
ससुराल वालों की प्रताड़ना की जानकारी देती थी शगुफ्ता- पिता
वहीं, शगुफ्ता के पिता द्वारा थाने में दिए गए आवेदन में बताया गया है कि शादी में 3 लाख रुपये नकदी, जेवरात सहित करीब 15 लाख रुपये का उपहार दिया गया था. शगुफ्ता प्रवीण फोन पर अपने ससुराल में हो रही प्रताड़ना की जानकारी अक्सर मायके वालों को देती रहती थी. उन्होंने यह भी कहा है कि 7 दिसंबर को उनके समधी इस्लामुद्दीन अंसारी का फोन आया. जिसमें कहा गया कि शगुफ्ता भाग गई है जबकि बीते 6 दिसंबर 2025 को रात करीब 8:45 बजे शगुफ्ता ने खुद उनसे फोन पर बातें की थी लेकिन वह काफी घबराई हुई थी.
इधर, वरीय अधिकारियों से मिलने के बाद मोहम्मदगंज थाना में इस मामले को लेकर केस नंबर 96/2025 दर्ज कर लिया गया है. मामले में थाना प्रभारी नारायण सोरेन ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है. जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा.
रिपोर्ट- संजीत शर्मा









