वीआईपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बद्री पुर्वे ने दिया इस्तीफा, मुकेश सहनी पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप
वीआईपी पार्टी को बड़ा झटका लगा है, जब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बद्री पुर्वे ने इस्तीफा देकर मुकेश सहनी पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सहनी ने टिकट का झूठा वादा किया और धोखा दिया. पुर्वे का दावा है कि वीआईपी के विजेता उम्मीदवार एनडीए का समर्थन करेंगे.

दरभंगा : विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बद्री पुर्वे ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देते हुए उन्होंने पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
बद्री पुर्वे ने कहा कि मुकेश सहनी ने उन्हें दरभंगा शहरी विधानसभा सीट से टिकट देने का आश्वासन दिया था. सहनी ने लगातार उनसे संपर्क बनाए रखा और कहा कि टिकट उनकी सीट से पक्का है. उन्होंने बताया कि सहनी ने उन्हें दरभंगा बुलाया भी, लेकिन जब वे पहुंचे तो टिकट किसी और, उमेश सहनी, को दे दिया गया.
पुर्वे ने आरोप लगाया कि मुकेश सहनी ने वीआईपी पार्टी में पैसे लेकर टिकट बांटने का काम किया है. उनके अनुसार, “पार्टी में टिकट पैसे लेकर बेचे जा रहे हैं, और कई समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ धोखा किया गया है.” उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी सभी को झूठे वादों में उलझाकर रखते हैं और यही वजह थी कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी उनकी नीयत को भांप लिया था. पुर्वे ने दावा किया कि इसी कारण तेजस्वी यादव ने सहनी को महागठबंधन में केवल 15 सीटें ही दीं, जबकि सहनी 60 सीटों की मांग कर रहे थे.
बद्री पुर्वे ने यह भी कहा कि आगामी चुनावों में जो भी उम्मीदवार वीआईपी के टिकट पर जीतेंगे, वे अंततः एनडीए का समर्थन करेंगे. इस इस्तीफे से बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है और वीआईपी पार्टी की साख पर सवाल उठने लगे हैं.









