चुनावी मौसम में फिर गरमाया एम्स का मुद्दा, भोला यादव ने NDA के दावे को दी सीधी चुनौती
चुनाव के नजदीक आते ही उम्मीदवारों ने जनसंपर्क तेज कर दिया है, तो वहीं चुनावी मौसम में एम्स का मुद्दा फिर गरमाया, भोला यादव ने एनडीए के दावे को सीधी चुनौती दी है.

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DARBHANGHA: चुनाव के नजदीक आते ही उम्मीदवारों ने जनसंपर्क तेज कर दिया है, तो वहीं चुनावी मौसम में एम्स का मुद्दा फिर गरमाया, भोला यादव ने एनडीए के दावे को सीधी चुनौती दी है.
Bihar vidhansabha election 2025: दरभंगा में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे उम्मीदवारों ने जनसंपर्क अभियान में तेजी ला दी है. मतदाताओं के बीच विकास कार्यों और उपलब्धियों को लेकर सियासी बयानबाज़ी भी तेज हो गई है.
इसी को लेकर दरभंगा में एम्स (AIIMS) निर्माण को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा रही है. बहादुरपुर विधानसभा से महागठबंधन के राजद प्रत्याशी और पूर्व विधायक भोला यादव ने दावा किया है कि “दरभंगा एम्स” महागठबंधन सरकार की पहल का परिणाम है.
उन्होंने कहा कि दरभंगा में एम्स निर्माण का पूरा श्रेय हमारी महागठबंधन सरकार को जाता है. हमारे 17 महीने के कार्यकाल में जब तेजस्वी यादव स्वास्थ्य मंत्री थे, तभी दरभंगा में एम्स की नींव रखी गई थी. डीएमसीएच की जमीन उपलब्ध करवाई गई थी, लेकिन उसके अस्तित्व को बचाने के लिए हमने बलिया मौजा में एम्स निर्माण का प्रस्ताव भेजा था.
पूर्व विधायक ने आगे कहा कि 2015 से 2020 के बीच बहादुरपुर विधानसभा में सैकड़ों छोटी-बड़ी सड़कों और पुलियों का निर्माण कराया गया. शिक्षा और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य हुए हैं.
वहीं भोला यादव के इस बयान को एनडीए के दावे पर सीधी राजनीतिक चुनौती माना जा रहा है. चुनावी माहौल में “दरभंगा एम्स” एक बार फिर चर्चाओं के केंद्र में है और दोनों गठबंधन इस मुद्दे पर अपनी-अपनी उपलब्धियों का बखान करने में जुटे हैं.









