मुंगेर के राजवीर ने मिट्टी को आकार देकर मां दुर्गा को दिया जीवंत स्वरूप, लोग कर रहे सराहना
राजवीर ने नवरात्र के अवसर पर अपने घर में मां शेरावाली की आकर्षक प्रतिमा अपने हाथों से तैयार कर स्थापित किया है. उन्होंने 8 से 10 दिन की कड़ी मेहनत कर पुआल, फेविकोल, मिट्टी और विभिन्न रंगों का प्रयोग कर प्रतिमा को साकार किया

Naxatra News Hindi
Ranchi Desk:मुंगेर में मां दुर्गा के एक नन्हे भक्त ने श्रद्धा और अपनी मेहनत से परिवार और समाज को गौरवान्वित किया है...दरअसल खड़गपुर के कन्या मध्य विद्यालय के समीप मोहल्ले में रहने वाले एक 15 वर्षीय राजवीर हेब्रोन मिशन स्कूल में कक्षा 10 के छात्र हैं. राजवीर पेंटिंग और कला के क्षेत्र में विशेष रुचि रखते हैं.
राजवीर ने नवरात्र के अवसर पर अपने घर में मां शेरावाली की आकर्षक प्रतिमा अपने हाथों से तैयार कर स्थापित किया है. उन्होंने 8 से 10 दिन की कड़ी मेहनत कर पुआल, फेविकोल, मिट्टी और विभिन्न रंगों का प्रयोग कर प्रतिमा को साकार किया है. इस बार प्रतिमा को सोने-चांदी के आभूषणों से अलंकृत कर श्रृंगार भी किया है. जो देखने वालों को भक्ति और श्रद्धा से भर देता है.
बता दें कि यह पहला अवसर नहीं है जब राजवीर ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया हो. इससे पूर्व वर्ष 2024 में उन्होंने अयोध्या में स्थापित भगवान राम की प्रतिमा और मुंगेर के शादीपुर स्थित बड़ी दुर्गा महारानी की प्रतिमा के स्वरूप की मिट्टी की मूर्ति भी बनाई थी. विशेष रूप से शादीपुर की बड़ी दुर्गा महारानी की प्रतिमा हर साल एक ही स्वरूप में बनती है और पूरे बिहार ही नहीं, बल्कि देशभर में प्रसिद्ध है. इस प्रतिमा को आधार बनाकर राजवीर ने अपनी कला को और निखारा.
राजवीर बताते हैं कि वे छह साल की छोटी उम्र से ही प्रतिमा निर्माण का कार्य करते आ रहे हैं. मूर्तियों को जीवंत बनाने के लिए वे ऑनलाइन माध्यम से जानकारी लेते हैं और आवश्यक सामग्री स्थानीय बाजार से जुटाते हैं. वहीं इस कार्य में उनके अधिवक्ता पिता जयप्रकाश साह, माता और बहन ने हमेशा उन्हें प्रोत्साहित किया है. वहीं इस बार उनकी मां शेरावाली की प्रतिमा सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है और लोग उनकी प्रतिभा की खूब सराहना कर रहे हैं.









