ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार हो रहे चाईबासा के नाबालिग ! नेपाल के काठमांडू से 6 नाबालिग बच्चों का सकुशल रेस्क्यू
चाईबासा के बच्चे ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार हो रहे है ! बता दे, इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने सफलता हासिल की है. पुलिस ने नेपाल के काठमांडू स्थित एक संस्थान से 6 नाबालिगों को सकुशल बरामद किया है.

Jharkhand (Chaibasa): ह्यूमन ट्रैफिकिंग (मानव तस्करी) के एक गंभीर मामले में चाईबासा जिला प्रशासन और पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की हैं. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए नेपाल के काठमांडू स्थित नामोबुद्धा मोडिटेशन एंव एजुकेशन संस्थान से 6 नाबालिग बच्चों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया है. जिसके बाद पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित चाईबासा पहुंचाया है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से करीब 27 बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने के नाम पर नेपाल ले जाया गया था जिसमें से 6 बच्चों को पुलिस नेपाल से वापस चाईबासा लेकर आई है. बाकी 15 अन्य बच्चों के अभिभावकों ने अपने बच्चों को वापस नहीं लाने को लेकर थाने में आवेदन दिया है. इसकी जानकारी DSP सह सदर थाना प्रभारी तरूण कुमार ने मीडिया को दी है. 
उच्च शिक्षा देने के नाम भेजा गया काठमांडू- एसपी
उन्होंने बताया कि 11 नवंबर 2025 को चाईबासा के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के रांगामाटी के स्थानीय ग्रामीण मुंडा राम जोंको और नारायण कांडेयांग द्वारा रांगामाटी गांव के 11 बच्चों को अपने साजिशों के तहत बहला-फुसलाकर उच्च शिक्षा देने के नाम पर नेपाल के काठमांडू भेजा गया. लेकिन वहां से 2 नाबालिग किसी तरह भागकर वापस अपने घर पहुंचे. और इसके बाद 9 दिसंबर 2025 को रांगामाटी के एक सालुका बोयपाई का लिखित आवेदन थाना को मिला. जिसमें बताया गया कि उनके नाबालिग बेटे और गांव के अन्य 10 नाबालिग बच्चों को बहला-फुसलाकर शिक्षा देने के नाम पर नेपाल ले जाकर बेच दिया गया है. 
फिलहाल, बच्चों को नेपाल ले जाने वाले दोनों अभियुक्तों के विरूद्ध नामजद केस दर्ज किया गया. वहीं जिला डीसी (उपायुक्त) और पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सभी बच्चों की बरामदगी के लिए एक विशेष छापेमारी टीम का गठन किया गया. जिसके द्वारा नेपाल प्राधिकारी से समन्वय स्थापित कर नेपाल के काठमांडू में भाक्तपुर स्थित नामोबुद्धा मोडिटेशन एंव एजुकेशन संस्थान में रह रहे 6 नाबालिगों को सुरक्षा पूर्वक रेस्क्यू कर उसके परिजनों को सौंपा गया. वहीं इस कांड में संलिप्त अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस की छापेमारी टीम लगातार कार्रवाई कर रही है.
रिपोर्ट- रमेश दास









