कोयलांचल कॉन्क्लेव से बाबूलाल मरांडी का संदेश: जनता हमसे अवगत कराएं अपनी समस्याएं, हम बनेंगे आपकी आवाज
नक्षत्र न्यूज के कोयलांचल कॉन्क्लेव में बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरा. साथ ही झारखंड के निर्माण के वक्त तत्काल सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर भी बातचीत की. आश्वासन देते हुए कहा कि जनता की मदद के लिए पुरजोर आवाज उठाएंगे.

Naxatra Conclave: कोयलांचल कॉन्क्लेव में आमंत्रित नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंच पर पूछे गए कई तीखे सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. सबसे पहले बता दें कि नक्षत्र न्यूज द्वारा 20 दिसंबर 2025, शनिवार को पक्ष-विपक्ष के कई नेताओं को एक मंच पर आमंत्रित कर वर्तमान में चल रहे कई समस्याओं से संबंधी मुद्दों पर सवाल पूछे गए.
"निर्माण के वक्त गुंडों-मवालियों का था बोलबाला"
झारखंड के पहले मुख्यमंत्री रह चुके बाबूलाल मरांडी से वर्तमान और राज्य निर्माण के वक्त की परिस्थिति पर पूछे गए सवाल पर तुलनात्मक रूप से बाबूलाल मरांडी ने अपने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया. उन्होंने कहा कि निर्माण के वक्त गुंडों-मवालियों का बहुत अधिक बोलबाला था. राज्य संघर्ष की स्थिति में जूझता हुआ तरक्की की तलाश कर रहा था. राज्य के भीतर जिलों के मध्य आवागमन की स्थिति जर्जर अवस्था में थी, जिसके परिणामस्वरूप लोग पलायन की ओर ही ध्यान दिया करते थे. पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने में हमने ध्यान दिया और आज उसी का परिणाम है कि स्थिति में काफी सुधार हुआ है.

"सरकार के पास एक विजन होना चाहिए"
कोयला नगरी धनबाद पर बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने वर्तमान सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार का एक दूरदर्शी विजन होना चाहिए, जो हेमंत सरकार की कार्यशैली में दिखाई नहीं देता. केंद्र द्वारा बजट आवंटन का उचित तरीके से हेमंत सरकार प्रयोग नहीं करती. जिसके कारण भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है और इसमें सरकारी मुलाजिमों की सीधे तौर पर संलिप्तता होती है. उन्होंने कहा कि इस भ्रष्टाचार का दुष्परिणाम संघर्ष के रूप में झेलना पड़ता है झारखंड की जनता को.
"चोरों को पकड़ने के लिए करना चाहिए उचित प्रयास"
कोयला चोरी के विषय पर बाबूलाल का कहना है कि चोरी प्रत्येक सरकार के शासन में होती है. ये काम सरकार का होता है कि किस प्रकार हम चोरों को पकड़ते हैं. उन्होंने वर्तमान सरकार पर इल्जाम लगाने के ढंग से कहा कि यदि चोरों के सरकार की ही संलिप्तता रहेगी, तो कैसे उनपर रोक लगेगी?
"गरीबों की झोपड़ियों को तोड़ने से नहीं होगा समस्याओं का समाधान"
बुलडोजर से कई घरों को तोड़ा गया है, जो अभी भी जारी है. इसपर उन्होंने कहा कि सरकार को गैस रिसाव, विस्थापन, रोजगार आदि महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए. जो न कर के गरीबों की झोपड़ियां उजाड़ी जा रही हैं, इससे समस्याओं का समाधान नहीं हो सकेगा. सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा मिले फंड के हजारों करोड़ रूपयों का सही ढंग से युटिलाइजेशन नहीं कर पाती और जिसका फायदा सरकारी अधिकारी और नेता को ही बस पहुंचाया जाता है.
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन को लालू यादव के साथ हुए हश्र से सीखने की आवश्यकता है. बातचीत के अंत में जनता को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि जिन भी समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं वो लिखकर हमें भेजे. हम उसे आगे तक पहुंचाएंगे, और समस्या के समाधान में एक सार्थक प्रयास किया जा सकेगा.









