सुपौल में अतिक्रमण हटाने के दौरान भड़के स्थानीय लोग, पुलिस प्रशासन को करना पड़ा विरोध का सामना
सुपौल जिले में अतिक्रमण हटवाने के दौरान लोगों द्वारा किया जाने वाला विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया. जिसके बाद स्थान खाली कराने की प्रक्रिया शुरु करने के लिए प्रशासन ने बल प्रयोग कर अतिक्रमण हटवाया. स्थानीय लोगों ने इसके पश्चात भी विरोध जारी रखा.

BIHAR (SUPAUL): सुपौल जिले के नगर पंचायत सिमराही वार्ड नम्बर-3 में सीओ, थानाध्यक्ष और भारी पुलिस बल रैयत के भूमि पर जबरन रह रहे महादलित लोगों के घरों को खाली कराने पहुंची. कोर्ट के आदेश पर अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन को खाली करवाया गया. इस दौरान प्रशासन को विरोध का भी सामना करना पड़ा.

दरअसल जमीन कब्जा करने के एक मामले में वीरपुर कोर्ट ने कब्जा किए गए जमीन को खाली करने का निर्देश दिया गया. जिसके बाद मजिस्ट्रेट की तैनाती में बड़ी संख्या में पुलिस बल द्वारा जमीन को खाली करवाया गया. इस दौरान बुलडोजर के सहारे अतिक्रमण की गई जमीन से संरचना को हटाया गया. हालांकी इस दौरान लोगों ने पुलिस का उग्र तरीके से विरोध किया. पुलिस पर पथराव भी किया जाने लगा. जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा हल्का बल प्रयोग कर विरोध करने वाले लोगों को हटा दिया गया.

मौके पर काफी संख्या में भीड़ इकट्ठी हो गई थी. बताया गया कि मो. अख्तर की जमीन पर महादलित लोग जबरन रूप से घर बनाकर रह रहे थे. जिसपर मो. अख्तर ने जमीन खाली कराने के लिए कोर्ट का सहारा लिया. न्यायालय द्वारा 21 दिसंबर 2025 को जमीन खाली कराने का आदेश जारी किया गया था. जिसपर कोर्ट से 3 सदस्यीय टीम जिसमें एक नाजीर व 2 प्रोसेसर सर्वर तथा मजिस्ट्रेट बसंतपुर सीओ हेमंत अंकुर की मौजूदगी में बुलडोजर के सहारे अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई.

जिसमें राघोपुर सीओ रश्मि प्रिया, राघोपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार राय सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे. अतिक्रमण हटाने के दौरान अतिक्रमण-कारियों ने जमकर बवाल काटा और पुलिस पर ईंट पत्थर बरसाने लगे. जवाबी कार्यवाई में पुलिस ने बल का प्रयोग किया और हल्का लाठीचार्ज भी किया गया. घटना स्थल से प्रशासन के जाने के बाद महादलितों ने NH-106 पर कुछ देर तक आगजनी कर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया गया.

रिपोर्ट: कुंदन कुमार









