CJI गवई पर वकील ने फेंका जूता, कहा सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं
वरिष्ठ राकेश किशोर ने CJI बी.आर.गवई के ऊपर जूते से हमला कर दिया. CJI के एक बयान से आहत था वकील राकेश किशोर.

तारीख 9 सितंबर, सोमवार को CJI बी.आर.गवई के ऊपर एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने जूते से हमला कर दिया. मामला सनातन धर्म के अपमान से जुड़ा हुआ है. एक याचिकाकर्ता ने खजुराहो में भगवान विष्णु की 7 फुट ऊंची सिर कटी मूर्ति को लेकर PIL दाखिल की थी. जिसे लेकर माना जा रहा है कि CJI ने उसपर अस्वीकार्य ढंग से जवाब दिया. इस पर वकील राकेश किशोर ने अपना आपा खो दिया और जूते से हमला कर डाला.
चीफ जस्टिस पर हमला करने वाले वकील ने अपनी सफाई में कहा है -
"मैं हिंसा के खिलाफ हूं. लेकिन एक अहिंसक, सीधा व सच्चा आदमी, जिस पर कोई केस नहीं है न किसी ग्रुप ने जुड़ा हुआ है. उसे ये क्यों करना पड़ा! ये सोचने वाली बात है. मैं कम पढ़ा लिखा नहीं हूं. MSc, PHD, LLB किया है. बात ये है कि मैं बहुत ज्यादा आहत हुआ, 16 सितंबर को चीफ जस्टिस के कोर्ट में किसी व्यक्ति ने PIL दाखिल की, तो गवई साहब ने पूरी तरह से उसका मजाक उड़ाया, कहा कि आप मूर्ति से प्रार्थना करो, मूर्ति से कहो कि अपना सिर रिस्टोर कर ले. जब हमारे सनातन धर्म से जुड़ा कोई मामला जैसे- जल्लीकट्टू हो, दही हांडी की ऊंचाई... तो ऐसे मामलों में सुप्रीम कोर्ट ऐसे ऑर्डर पास करती है, जिनसे मुझे बहुत दुख होता है. इन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. ठीक है उस आदमी (याचिकाकर्ता) को रिलीफ नहीं देनी है, नहीं दीजिए... लेकिन उसका मजाक नहीं उड़ाएं, उसकी याचिका भी खारिज कर दी."
बार एसोसिएशन ने हमला करने वाले वकील के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है.









