भारत के 53वें CJI बनेंगे जस्टिस सूर्यकांत, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिलाएंगी शपथ
जस्टिस सूर्यकांत को आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे. यह समारोह आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित होगा. जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें शपथ दिलाएंगी. जस्टिस सूर्यकांत का CJI पद पर 9 फरवरी 2027 तक कार्यकाल होगा.

New Delhi: भारत को आज सोमवार (24 नवंबर 2025) को एक और नया मुख्य न्यायाधीश मिलेगा. बता दें, जस्टिस बी. आर. गवई की जगह लेते हुए जस्टिस सूर्यकांत भारत के 53वें CJI (चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया)के रुप में शपथ लेंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाएंगी. शपथ समारोह का राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया है.
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) के पद पर जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल 9 फरवरी 2027 तक के लिए होगा. जस्टिस सूर्यकांत को दो दशक से ज्यादा का न्यायिक अनुभव है साथ ही उन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले दिए हैं. वे हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट आए. जिन फैसलों को उन्होंने लिखा है उनमें अनुच्छेद-370, अभिव्यक्ति की आजादी, लोकतंत्र, भ्रष्टाचार, पर्यावरण और लैंगिक समानता से जुड़े कई ऐतिहासिक फैसले शामिल हैं.
जस्टिस सूर्यकांत के भारत के CJI के रुप में शपथ ग्रहण समारोह में कई देशों के मुख्य न्यायाधीश भी शामिल हो रहे है. इनमें...
-भूटान के मुख्य न्यायाधीश ल्योंपो नॉर्बू शेरिंग
-ब्राजील के मुख्य न्यायाधीश एडसन फाचिन
-मॉरीशस की मुख्य न्यायाधीश बीबी रेहाना मुंगली-गुलबुल
-केन्या के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मार्था कूम और केन्या सुप्रीम कोर्ट की जज जस्टिस सुसान नजोकी
-मलेशिया मलेशिया के संघीय न्यायालय के जज जस्टिस टैन दातुक नालिनी पाथमनाथन
-श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश पी. पद्मन सुरेसन के साथ श्रीलंका सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एस. थुरैराजा, पीसी और जस्टिस ए एच एम डी नवाज
-नेपाल के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश मान सिंह राउत के साथ नेपाल सुप्रीम कोर्ट की जज सपना प्रधान मल्ला और नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज अनिल कुमार सिन्हा शामिल होंगे.
कौन हैं न्यायमूर्ति सूर्यकांत
न्यायमूर्ति सूर्यकांत का हरियाणा के हिसार जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले है जिनका जन्म 10 फरवरी 1962 को हुआ था. परिवार कानूनी पृष्ठभूमि से नहीं था, पिता एक साधारण सरकारी शिक्षक थे. सूर्यकांत ने गांव के ही सरकारी स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा की शुरूआत की थी इसके बाद उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) रोहतक से 1984 में कानून की डिग्री (LLB) हासिल की.









