"सरासर गलत है धर्म को राजनीति से जोड़ना" : राजद नेता अमनउल्लाह खान ने धार्मिक कट्टरता पर जताई कड़ी आपत्ति
"वोट की राजनीति करें, धर्म की नहीं" — दरभंगा के राजद नेता अमनउल्लाह उर्फ एलन खान का जदयू नेता नज़रे आलम को करारा जवाब.

दरभंगा :“आई लव मोहम्मद” को लेकर चल रहा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा. इसी कड़ी में राजद नेता अमनउल्लाह उर्फ एलन खान ने ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जदयू नेता नज़रे आलम के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को क्या बोलना है, क्या नहीं, इसका नसीहत देना और इसे राजनीति से जोड़ना सरासर गलत है.
अपने बयान में उन्होंने आगे कहा कि धर्म की आड़ में वोटों की राजनीति करना देश और समाज दोनों के लिए नुकसानदेह है. “आई लव मोहम्मद” और “जय श्रीराम” जैसे नारे धार्मिक भावनाओं से जुड़े हैं, इनका राजनीतिक उपयोग नहीं किया जाना चाहिए. धर्म की बात मौलाना, पंडित, और धार्मिक संस्थान करते हैं, नेता नहीं.
गंगा-जमुनी तहजीब की बात करते हुए बताया कि जहां हिंदू रामनवमी की शोभा यात्रा जिस सड़क से निकाला करते हैं वहीं मुहर्रम का जुलूस भी मुसलमान वहीं से गुजारा करते हैं. दोनों समुदाय मिलकर रहें, त्योहार मानाएं इस सोच के साथ हमें काम करना चाहिए.
उन्होंने तीखे लहजे में कहा कि जब कोई नेता राजद छोड़कर जदयू में जाता है तो एनआरसी का समर्थन करने लगता है, और जब जदयू छोड़कर राजद में आता है तो विरोध करने लगता है। इस राजनीतिक विरोधाभाष को समाप्त करने की ओर कदम बढ़ाना चाहिए.









