चाईबासा के सारंडा जंगल में IED ब्लास्ट की चपेट आकर घायल हुए हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर शहीद
झारखंड पुलिस और सुरक्षा बल के जवान लगातार चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चल रहे है. शुक्रवार शाम को जवान सारंडा जंगल सर्च ऑपरेशन पर पहुंचे थे लेकिन वहां आईईडी ब्लास्ट हो गया जिसकी चपेट में आकर कुछ जवान घायल हो गए. जिसमें से एक हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर आज शहीद हो गए.

Naxatra News Hindi
Chaibasa:पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) में झारखंड पुलिस और सुरक्षाबल के जवानों द्वारा नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है. इस बीच शुक्रवार (10 अक्तूबर 2025) की शाम जिले के सारंडा जंगल में नक्सलियों ने सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से आईईडी बम ब्लास्ट किया. जिसकी चपेट में आने से तीन जवानों (एक इंस्पेक्टर, एक ASI, एक हेड कांस्टेबल) के घायल होने की जानकारी आई थी. वहीं अब खबर सामने आई है कि आईईडी ब्लास्ट में घायल हुए हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर शहीद हो गए.
असम के रहने वाले थे शहीद हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर
हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर के शहीद होने की पुष्टि सीआरपीएफ 60 बटालियन के कमांडेंट अंबुज मुथाल ने की है. उन्होंने बताया है कि शुक्रवार शाम नक्सलियों द्वारा किए गए एक के बाद एक दूसरे विस्फोट में सीआरपीएफ के एएसआई रामकृष्ण गागराई (खरसावां विधायक दशरथ गागराई के भाई) और हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर घायल हो गए थे. जिसमें से असम के रहने वाले हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर शहीद हो गए.
सर्च ऑपरेशन पर सारंडा जंगल पहुंचे थे CRPF के जवान
आपको बता दें, घटना शुक्रवार शाम सारंडा जंगल के जराइकेला के पास हुई है. जहां नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बल के जवानों को हानि पहुंचाने के लिए IED बम छिपा रखा था. सारंडा जंगल पूरे एशिया के सबसे घने जंगलों में से एक है. वहीं घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि घटना के समय सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के जवान सर्च अभियान चला रहे थे. आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आकर घायल हुए दोनों जवान को इलाज के लिए राउरकेला आपोलो अस्पताल भेजा गया था.









