माइका कारोबारियों से बिना अनुमति बैठक पर गिरिडीह डीएफओ ने तिसरी वनपाल को किया लाइन हाजिर
गिरिडीह डीएफओ मनीष तिवारी ने तिसरी वनपाल अभिमित राज को माइका कारोबारियों से बिना आदेश बैठक करने के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया. वायरल वीडियो के बाद कार्रवाई हुई. डीएफओ ने मामले की जांच के लिए रेंजर को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.

JHARKHAND (GIRIDIH): गिरिडीह जिले में तिसरी प्रखंड के वनपाल अभिमित राज को माइका कारोबोरियों के साथ बिना किसी पूर्व अनुमति बैठक करने के आरोप में गिरिडीह डीएफओ मनीष तिवारी ने गुरुवार को लाइन हाजिर कर दिया. इस संबंध में डीएफओ ने आदेश जारी करते हुए मामले की पुष्टि की.

डीएफओ के अनुसार, किसी भी वनपाल को स्थानीय कारोबारियों या बाहरी व्यक्तियों के साथ बैठक करने से पहले उच्च अधिकारियों से स्पष्ट आदेश लेना अनिवार्य है, लेकिन अभिमित राज ने इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में वनपाल को माइका कारोबारियों के साथ बैठक करते देखा गया, जिसके बाद विभाग हरकत में आया.
डीएफओ ने तिसरी रेंज के रेंजर को पूरे मामले की विस्तृत जांच कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी. दूसरी ओर, वनपाल अभिमित राज ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है. उनका कहना है कि कोई बैठक आयोजित नहीं की गई थी. माइका कारोबारियों को केवल नोटिस के आधार पर बुलाया गया था, जिनकी गाड़ियां जब्त की गई थीं. उन्होंने कहा कि इसे बैठक बताना तथ्यों से परे है और आरोप बेबुनियाद हैं.
रिपोर्ट - मनोज कुमार पिंटू/आनंद बरनवाल









