सीवान में सीएम नीतीश की विशाल जनसभा- "2005 से पहले बिहार में डर का माहौल था, अब विकास की रफ्तार सबसे तेज"
सीवान पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि "2005 से पहले बिहार में डर का माहौल था, अब विकास की रफ्तार सबसे तेज" है.

NAXATRA NEWS
siwan: सीवान पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि "2005 से पहले बिहार में डर का माहौल था, अब विकास की रफ्तार सबसे तेज" है.
bihar election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सीवान पहुंचे, जहां उन्होंने बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र के बड़कागांव उच्च विद्यालय के खेल मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान मंच पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय समेत एनडीए के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू प्रत्याशी इंद्रदेव पटेल को जीत का माला पहनाकर जनता से उन्हें भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की. इसक साथ ही उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार में अपराध, भय और साम्प्रदायिक तनाव का माहौल था, लेकिन एनडीए सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली के क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि “हमारे आने से पहले शाम के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता था. पहले कितना हिंदू-मुस्लिम होता था. हमने शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव किया है. पहले सिर्फ 6 मेडिकल कॉलेज थे, अब 12 हैं.हर घर में बिजली पहुंचाई गई, अब सोलर लगवाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में अब महिला पुलिसकर्मियों की संख्या देश में सबसे अधिक है और जीविका दीदी को सशक्त करने के लिए लगातार काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि अब तक 1 करोड़ 21 लाख महिलाओं को 10 हजार रुपये की सहायता राशि दी जा चुकी है और जिनका व्यवसाय अच्छा चलेगा, उन्हें 2 लाख रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे.उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि “मदरसे को मान्यता दी गई है और सभी पंचायतों में विवाह भवन निर्माण के लिए 4 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे”.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता से अपील की कि “सीवान के सभी एनडीए प्रत्याशियों को भारी मतों से विजयी बनाइए. जो भी काम अधूरा रह गया है, उसे हम पूरा करेंगे. आप सब किसी के बहकावे में ना आएं”.









