श्रम संहिता एक्ट के विरोध में आक्रोश: गिरिडीह एलआईसी कर्मियों ने मोदी सरकार के खिलाफ जताया विरोध
गिरिडीह में एलआईसी कर्मियों ने केन्द्र सरकार द्वारा लागू नई श्रम संहिता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि नया एक्ट मजदूरों की वेतन और सामाजिक सुरक्षा को कमजोर करेगा, स्थायी नौकरियों में भारी कमी लाएगा और हड़ताल के अधिकार को सीमित कर देगा.

JHARKHAND (GIRIDIH): गिरिडीह में शुक्रवार को एलआईसी के कर्मियों ने केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गई नई श्रम संहिता के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. बीमा कर्मी संघ के सचिव धर्मप्रकाश, अंशु सिंघानिया, सबा प्रवीण, जयप्रकाश, विकास कुमार, मनोज सिंह, संजय गुप्ता और राजेश कुमार सहित कई कर्मचारियों ने प्रदर्शन में भाग लिया.
कर्मियों ने मोदी सरकार पर पूंजीपति वर्ग का हितैषी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि नई संहिता से मजदूरों की वेतन सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा दोनों प्रभावित होंगी. उन्होंने चेतावनी दी कि इस कानून के लागू होने से स्थायी नौकरियां कम होंगी और कॉन्ट्रैक्ट आधारित बहाली बढ़ेगी, जिससे भविष्य में रोजगार का संकट गहराएगा.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बिहार चुनाव में मिली जीत के बाद सरकार मजदूर-विरोधी नीतियां थोपने में तेज़ी दिखा रही है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नई संहिता मजदूरों के हड़ताल करने के अधिकार को भी सीमित कर देगी, जो लोकतांत्रिक अधिकारों पर प्रहार है.
रिपोर्ट - मनोज कुमार पिंटू









