सुपौल सदर अस्पताल से नवजात लापता, परिजन लगा रहे लापरवाही का गंभीर आरोप
सुपौल सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड से एक नवजात के गायब होने से हड़कंप मच गया. परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है. सीसीटीवी में बच्चे को वार्ड से बाहर ले जाते दिखाया गया है, लेकिन वापस नहीं लाया गया. मामला सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी चूक उजागर करता है.

BIHAR (SUPAUL): सुपौल सदर अस्पताल में बुधवार को बड़ा हादसा हुआ, जब एसएनसीयू वार्ड से एक नवजात अचानक गायब हो गया. घटना सामने आते ही पूरे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया. नवजात की मां फूलकुमारी देवी, निवासी पिपराही वार्ड 13, ने 7 दिसंबर को पुत्र को जन्म दिया था. तबीयत बिगड़ने पर बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती किया गया था और उसकी हालत में सुधार भी दिख रहा था.

अचानक हुई घोषणा और परिजनों में मचा हड़कंप
करीब दोपहर 2 बजे लाउडस्पीकर से बच्चे को खोजने की घोषणा होते ही परिवार घबरा गया. बच्चे के पिता और नानी तुरंत वार्ड पहुंचे, लेकिन स्टाफ ने बताया कि बच्चा वहां मौजूद नहीं है. कुछ ही मिनटों में यह खबर पूरे अस्पताल में फैल गई और माहौल अफरातफरी में बदल गया. परिजन लगातार रो-रोकर अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते रहे.
सीसीटीवी ने खोली सुरक्षा की पोल, उठ रहे कई सवाल
अस्पताल प्रबंधन ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, लेकिन प्रारंभिक तौर पर कुछ पता नहीं चल सका. बाद में सिविल सर्जन ललन ठाकुर ने बताया कि फुटेज में सुबह करीब 10.30 बजे नवजात को दूध पिलाने के नाम पर एसएनसीयू से बाहर ले जाते देखा गया है, लेकिन उसके बाद उसे वापस लाने का कोई रिकॉर्ड नहीं है. इससे अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था, निगरानी तंत्र और कर्मियों की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.
परिजनों ने की तत्काल खोजबीन की मांग
फिलहाल बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया है. मां, पिता और नानी का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार ने आरोप लगाया कि इतने महत्वपूर्ण वार्ड से नवजात का गायब होना सीधे अस्पताल प्रशासन की बड़ी विफलता है. परिजनों और स्थानीय लोगों ने तत्काल जांच, जिम्मेदारों पर कार्रवाई और नवजात को सुरक्षित खोजकर वापस लाने की मांग की है.









