बिहार चुनाव को लेकर क्या होगा JMM का अगला कदम ? RJD को दिए अल्टीमेटम की अवधि पूरी
बिहार चुनाव को लेकर आरजेडी को 15 अक्टूबर 2025 तक का झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अल्टीमेटम दिया था जिसकी अवधि पूरे हुए दो दिन हो चुके है. बिहार चुनाव में JMM की हिस्सेदारी को लेकर अब झारखंड की राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. बीजेपी ने इसपर तंज कसते हुए कहा है कि महागठबंधन के नेता तो प्रधानमंत्री को भी अल्टीमेटम दे सकते हैं.

Ranchi- झारखंड में घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव में कितनी सीटों पर ताल ठोकती है इसे लेकर अबतक पर्दा उपर नहीं उठा है.
बता दें, बीते दिनों झारखंड मुक्ति मोर्चा ने RJD (राष्ट्रीय जनता दल) को 15 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया था और अब वह समय सीमा भी पूरी हो चुकी है. अब राजनीतिक गलियारों में भी इसे लेकर चर्चाएं तेज हो गई. कि JMM का अगला कदम क्या होगा. इस बीच झारखंड बीजेपी ने महागठबंधन पर तंज कसा है साथ ही कहा है कि महागठबंधन के नेता तो प्रधानमंत्री को भी अल्टीमेटम दे सकते हैं.
इधर, झारखंड की राजनीतिक गलियारों में बिहार चुनाव में महागठबंधन पर झामुमो की भूमिका को लेकर कई तरह की बातें की जा रही है. साथ ही झारखंड में महागठबंधन का हिस्सा रही JMM के साथ तालमेल पर कई अटकलें लगाई जा रही हैं.
बिहार में चुनाव लड़ना तय है- JMM
जेएमएम के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि आज सब स्पष्ट हो जाएगा. हमारी पार्टी कि बिहार चुनाव में कितनी सीटों मिल रही है इसका खुलासा आज किसी भी समय हो जाएगा. हमारी पार्टी बिहार चुनाव में है यह तय है.
जल्द ही सभी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी- कांग्रेस
झारखंड कांग्रेस महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) महागठबंधन का एक प्रमुख सदस्य है. कितनी सीटों पर कौन सी पार्टी उतरेगी इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व द्वारा होता है. जेएमएम के नेताओं से बातचीत जारी है और महागठबंधन हमेशा से एक घटक दल की हिस्सा रही है. उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.
महागठबंधन के नेता तो PM को भी दे सकते है अल्टीमेटम- BJP
वहीं, रांची से बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने महागठबंधन के नेताओं की चुटकी लेते हुए कहा कि महागठबंधन के नेता तो प्रधानमंत्री को भी अल्टीमेटम दें सकते है. बिहार में महागठबंधन का स्वरूप ही अभी नजर नहीं आ रहा है सिर्फ नाम का महगठबंधन है.
झामुमो का अगला कदम और बिहार में गठबंधन की दिशा अब राजनीतिक गलियारों की नजरों में है. सियासी समीकरण लगातार बदल रहे हैं, और जनता की निगाहें इन फैसलों पर टिकी हैं.
रिपोर्ट- यशवंत कुमार









