रांची के 3 बस टर्मिनल बनेंगे आकर्षक, CM हेमंत के निर्देश पर विभागीय मंत्री ने दिए निर्माण प्रक्रिया शुरू करने के आदेश
राजधानी रांची में तीन बस टर्मिनल का कायाकल्प होगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद विभागीय मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने आधेश जारी किया है उन्होंने विभागीय प्रधान सचिव सुनील कुमार को जुडको के जरिए शीघ्र निविदा निष्पादन कनरे के निर्देश दिए है.

Ranchi: राजधानी रांची में शहरीकरण के कार्यों में तेजी लाने को लेकर राज्य की हेमंत सरकार ने तीन बस टर्मिनल के नवीनीकरण, आधुनिकीकरण और जीर्णोधार का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद इस कार्य को शुरू करने के लिए नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने भी आदेश जारी कर दिया है. उन्होंने विभागीय प्रधान सचिव सुनील कुमार को जुडको के जरिए शीघ्र निविदा निष्पादन कनरे के निर्देश दिए है. इसके साथ ही राजधानी रांची के तीनों बस टर्मिनल (आइटीआई बस स्टैंड, सरकारी बस डिपो और बिरसा मुंडा टर्मिनल खादगढ़ा) का कायाकल्प अब राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगा.
आपको बता दें, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर नगर विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार ने कुल 48.72 करोड़ रुपये की स्वीकृति पहले ही दे दिया है जिसमें आइटीआई बस स्टैंड के लिए 24.77 करोड़, सरकारी बस डिपो के लिए 20.19 करोड़ और बिरसा मुंडा बस स्टैंड के लिए 3.76 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है. वहीं विभागीय प्रधान सचिव सुनील कुमार ने जुडको को निर्देश दिया है कि तीनों बस टर्मिनलों के टेंडर शीघ्र निष्पादन कर कार्य जल्द प्रारंभ किया जाए, ताकि इन परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद रांची के बस टर्मिनल राज्य में ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर के मॉडल स्टैंडर्ड पर नजर आएंगे. जहां यात्रियों को सुरक्षा, स्वच्छता और आधुनिक सुविधाओं का बेहतर अनुभव मिलेगा.
अत्याधुनिक और आकर्षक बनेगा आइटीआई बस स्टैंड
वर्तमान में यात्रियों के लिए न्यूनतम सुविधाओं वाले इस बस स्टैंड को आधुनिक रूप में विकसित किया जाएगा. यह तीन एकड़ क्षेत्रफल में बनेगा, जिसमें 2330 वर्गमीटर ग्राउंड फ्लोर और 880 वर्गमीटर प्रथम तल पर टर्मिनल भवन होगा. बसों के परिचालन के लिए 13 बस-वे बनाया जाएगा. 35 बसों के लिए स्टैंड बाई पार्किंग की सुविधा रहेगी.
भूतल पर ड्राइवर कैंटीन, मेंटेनेंस शेड, गार्ड रूम, स्लाइडिंग प्रवेश द्वार, वातानिकुलित प्रतीक्षालय, कार, फ़ूड कियोस्क, परिवहन कार्यालय , कैफेटेरिया, ,महिला एवं पुरुष शौचालय ,ऑटो और ई-रिक्शा पार्किंग की सुविधा होगी. प्रथम तल पर रेस्टोरेंट, प्रशासनिक भवन, टिकट काउंटर, 4 डॉरमेट्री, लॉकर युक्त गेस्ट रूम तथा हरियाली के लिए लैंडस्केपिंग की व्यवस्था रहेगी. प्रति दिन 416 बसों का परिचालन सुनिश्चित किया गया है.
सरकारी बस डिपो का होगा पुनर्निर्माण और जीर्णोधार
साल 1962 से 1970 के बीच बना सरकारी बस डिपो डिपो अब जर्जर अवस्था में है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसे 20.19 करोड़ रुपये की लागत से इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के अनुसार पुनर्निर्मित किया जाएगा. पुराने भवन को तोड़ कर नया टर्मिनल भवन बनाया जायेगा.
नए भवन में 1771 वर्गमीटर ग्राउंड फ्लोर और 845 वर्गमीटर प्रथम तल में सुविधाएं विकसित होंगी. यहां गार्ड रूम, मेंटेनेंस क्षेत्र ,कैंटीन का प्रावधान रहेगा. टर्मिनल बिल्डिंग में ट्रांजिट यात्रियों के लिए डॉरमेट्री, गेस्ट रूम, प्रतीक्षालय, फूड कियोस्क, शेडयुक्त बस वे, टिकट काउंटर ,परिवहन प्रबंधन कार्यालय, हेल्प डेस्क, 12 फ़ूड कियोस्क, कैफेटेरिया, रेस्टोरेंट, शौचालय तथा स्लाइडिंग गेट, कार व ऑटो स्टैंड जैसी सुविधाएं होंगी. आठ बस वे के जरिये रोजाना लगभग 512 बसों का परिचालन होगा.
बिरसा मुंडा बस टर्मिनल खादगढ़ा का होगा जीर्णोद्धार
वर्तमान ढांचे को बरकरार रखते हुए बिरसा मुंडा बस टर्मिनल खादगढ़ा बस स्टैंड को 3.76 करोड़ रुपये की लागत से और अधिक सुविधाजनक बनाया जाएगा. 11.6 एकड़ में फैले इस परिसर में 31 बस वे, 89 बसों व 70 कारों के लिए पार्किंग, स्मार्ट शेड, 50 बेड की डॉरमेट्री, रेस्टरूम, स्नानागार, गेस्टहाउस, हाइमास्ट लाइट, बाउंड्री वाल और महिला सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की जाएगी. टेरेस एरिया की वाटर प्रूफिंग, पुराने टर्मिनल भवन का नया प्लास्टर एवं पेंटिंग, क्षतिग्रस्त टाइल्स का बदलाव, सभी वाटर टैप का परिवर्तन, सीसीटीवी, नए फ़र्निचर दो हाई वालूम, लो स्पीड फैन लगाये जायेंगेI परिसर का लैंडस्केपिंग और सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा.









