Share Market: डॉलेर–रुपए के दबाव और विदेशी निवेश के निकलने से शेयर बाजार धड़ाम
आज (8 दिसंबर 2025) भारतीय शेयर बाजार में BSE Sensex करीब 610 अंक गिरकर 85,102.69 पर बंद हुआ, जबकि NSE Nifty 50 26,000 से नीचे आकर 25,960.55 पर बंद हुआ. विदेशी निवेशकों की बिकवाली (Selling Pressure / Sell-off), रुपया कमजोरी और वैश्विक अनिश्चितता ने निवेशकों की बेचैनी बढ़ाई.

BUSINESS UPDATE: सोमवार, 8 दिसंबर 2025 का दिन निवेशकों के लिए मायूसी लेकर आया. दिन भर बिकवाली का दबाव बना रहा - अंत में सेंसेक्स 609.68 अंक (0.71%) गिरकर 85,102.69 पर और निफ्टी 50 225.90 अंक (0.86%) टूटकर 25,960.55 पर बंद हुआ.
इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स ने 84,875.59 तक dip मारा, जबकि निफ्टी 25,892.25 तक गया. कुछ मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों की गिरावट और व्यापक बिकवाली की वजह से माहौल खराब रहा.
कौन-कौन से शेयर रहे सबसे बड़े लूजर और गेनर
बड़े नुकसान में रहे: InterGlobe Aviation, Bharat Electronics Limited (BEL), JSW Steel, Shriram Finance, Eternal आदि. लेकिन कुछ शेयरों ने हरा निशान दिखाया - इनमें Tech Mahindra, Wipro, HDFC Life, HCL Technologies और HDFC Bank शामिल हैं. मध्यम और छोटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली ज्यादा रही - मिड-कैप इंडेक्स 1.7% और स्मॉल-कैप इंडेक्स 2.2% टूटे.
गिरावट के पीछे क्या वजहें ?
सबसे बड़ी वजह रही वैश्विक अस्थिरता और इस सप्ताह आने वाले Federal Reserve (फेड) की नीतिगत बैठक - निवेशक “बड़े दांव” लगाने से बचे. रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ - जिससे कच्चे तेल आयात, महंगाई और कंपनियों की लागत पर दबाव बना. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा बिकवाली - जिससे बाजार में अविश्वास बना. टेक्निकल स्तरों का टूटना: निफ्टी ने अपने 21-DMA (मध्यम अवधि की औसत) को तोड़ा, जिससे बिकवाली और तेज हुई.
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विश्लेषकों का कहना है कि फिलहाल बाजार अस्थिर रहेगा. 25,800–25,950 के स्तर को महत्वपूर्ण समर्थन माना जा रहा है; अगर यह टूट गया तो और गिरावट देखी जा सकती है. वहीं, 26,200–26,500 रेंज पर मूवमेंट आने पर थोड़ी राहत मिल सकती है.









