चर्चित कमल भूषण हत्याकांड के अनुसंधान में Ranchi पुलिस ने किया सराहनीय काम, दोषियों को मिली उम्र कैद
मामले के अनुसंधान में कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने अहम भूमिका निभाते हुए न्याय के लिए अंजाम तक पहुंचाने के लिए अनुशंसा की. बेहतर टीम वर्क के साथ उनके द्वारा कोर्ट के समक्ष कई साक्ष्य प्रस्तुत किए गए.

Naxatra News Hindi
Ranchi Desk:राजधानी रांची के बहुचर्चित कमल भूषण हत्याकांड मामले में आखिरकार आज सोमवार (22 सितंबर 2025) को कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया. मामले में रांची सिविल कोर्ट के AJC-3 आनंद प्रकाश की अदालत में तीन दोषी (राहुल कुजूर, डबलू कुजूर और काविस अदनान) को आजीवन कारावास की सजा सुनाते हुए उनपर जुर्माना लगाया है.
मामले के अनुसंधान में कोतवाली DSP ने निभाई अहम भूमिका
रांची के चर्चित कमल भूषण हत्याकांड के इस मामले के अनुसंधान में रांची पुलिस ने सराहनीय काम करते हुए यह साबित कर दिया है कि न्याय दिलाने के लिए रांची पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ती है. मामले के अनुसंधान में कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने अहम भूमिका निभाते हुए न्याय के लिए अंजाम तक पहुंचाने के लिए अनुशंसा की. बेहतर टीम वर्क के साथ उनके द्वारा कोर्ट के समक्ष कई साक्ष्य प्रस्तुत किए गए. इधर, इस मामले में कोतवाली DSP ने बताया कि कैसे इस केस का अनुसंधान किया गया.
अच्छे तरीके से डायरी में मेंशन किया गया- प्रकाश सोय
कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया कि 30 मई 2022 को रांची के सुखदेव नगर थाना इलाके में बिल्डर कमल भूषण की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामले में ठोस सबूत इकट्ठा करने के लिए टेक्निकल विटनेस की अच्छे तरीके से गवाही कराई गई. वहीं जितने भी एविडेंस थे और जो पहले से विवाद चल रहा था.जो मर्डर का मोटिव था. उसको अच्छे तरीके से डायरी में मेंशन किया गया था.
मृतक कमल भूषण के कोर्ट में दायर की थी पिटीशन
इस केस की प्रत्येक सप्ताह रेवेन्यू की जाती थी. साथ ही लगातार वरीय पदाधिकारी इसकी मॉनीटरिंग कर रहे थे. डीएसपी कोतवाली ने बताया कि मृतक कमल भूषण के द्वारा कोर्ट में पिटीशन भी दायर की गई थी. जिसमें उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था उसकी भी जांच की गई और सभी बिंदुओं को जोड़कर सबूत पेश किए गए. इसके बाद आरोपियों को सजा मिली और पीड़ित परिवार को न्याय मिला.
हालांकि, राजधानी रांची में क्राइम कंट्रोल को लेकर पुलिस प्रशासन काम तो कर ही रही है. लेकिन इसके साथ-साथ क्राइम होने के बाद क्रिमिनल्स को सजा दिलाने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए भी बेहतर अनुसंधान करने का काम प्रयास कर रही है. इसका ताजा उदाहरण बिल्डर कमल भूषण हत्याकांड के न्यायालय के फैसले के रूप में देखा जा सकता है.









