रांची के जुमार नदी तट पर मुक्ति संस्था ने 30 अज्ञात शवों का किया दाह संस्कार
मुक्ति संस्था ने रविवार (14 अगस्त 2025) को जुमार नदी के तट पर 30 अज्ञात शवों का पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार किया. जानकारी के अनुसार, मुक्ति संस्था के सदस्यों ने रिम्स के मोर्चरी गृह से अज्ञात शवों को निकालकर और पैककर जुमार नदी के तट पर लिया और उसके बाद अंतिम दाह संस्कार दिया.

Naxatra News Hindi
Ranchi Desk:राजधानी रांची में ऐसी कई स्वयंसेवी संस्थाएं है जो मानवता की लाज बचाने के लिए दिन रात जुटी हुई है ऐसा ही एक संस्था है ''मुक्ति संस्था'' जो अस्पतालों में पड़े लावारिस शव जिनका मोक्ष दिलाने वाले कोई नहीं, और अंत्येष्टि के लिए महीनों इंतजार कर रहे शवों के लिए वरदान के सरीखे साबित हो रहे हैं. ये संस्था इन शवों को पूरे विधि-विधान के साथ दाह संस्कार करते हुए उनकी अंत्येष्टि करते हैं. वहीं अब इस संस्था ने 30 अज्ञात शवों को अंतिम संस्कार दिया है.
अबतक 2064 शवों का किया गया दाह संस्कार- सस्था के अध्यक्ष
बता दें, मुक्ति संस्था ने रविवार (14 अगस्त 2025) को जुमार नदी के तट पर 30 अज्ञात शवों का पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार किया. जानकारी के अनुसार, मुक्ति संस्था के सदस्यों ने रिम्स के मोर्चरी गृह से अज्ञात शवों को निकालकर और पैककर जुमार नदी के तट पर लिया और उसके बाद अंतिम दाह संस्कार दिया.
इन अज्ञात शवों को संस्था के अध्यक्ष प्रवीण लोहिया ने मुखाग्नि दी. दाह संस्कार के दौरान संस्था के अध्यक्ष प्रवीण लोहिया ने बताया कि मुक्ति संस्था द्वारा अबतक कुल 2064 अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार किया गया है
दाह संस्कार के दौरान संस्था के कई सदस्य रहे उपस्थित
मौके पर संस्था के अन्य सदस्य उपस्थित रहें. इनमें, रवि अग्रवाल, संदीप कुमार, अमित किशोर, विजय धानुका, आदित्य शर्मा, हरीश नागपाल, आर.के. गांधी, सौरभ बथवाल, राजा गोयनका, आशीष भाटिया, राहुल जायसवाल, सुनील अग्रवाल, नवीन गाड़ोदिया, विकास सिंघानिया, गौरी शंकर शर्मा, राहुल चौधरी, संजय सिंह, उज्ज्वल जैन और नीरज खेतान प्रमुख रूप से शामिल रहें.









