क्षेत्र में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर झारखंड श्रमिक कल्याण समिति के सदस्यों ने निकाली पदयात्रा
एम पी एल प्रबंधन और ई सी एल प्रबंधन सिर्फ अपने काम को निकालने के लिए पूरे क्षेत्र को प्रदूषित कर रहा है चाहे वह जल प्रदूषण, भूमि प्रदूषण या वायु प्रदूषण ही क्यों न हो. एम पी एल से निकलने वाली छाई अपने आप में काफी हानिकारक है

बंटी झा / Naxatra News Hindi
Ranchi Desk:झारखंड के श्रमिक नेता राम छबीला ओझा की याद में झारखंड श्रमिक कल्याण समिति ने पद यात्रा निकाली. जिसमें समिति के सदस्य शासनबढ़िया मोड़ से पैदल मार्च चलते हुए श्याम पूर बी कोलयरी परिसर के पास पहुंचे. इस दौरान समिति के सदस्यों ने क्षेत्र में बढ़ रहे प्रदूषण के प्रति काफी आक्रोश दिखाई.
उन्होंने कहा कि एम पी एल प्रबंधन और ई सी एल प्रबंधन सिर्फ अपने काम को निकालने के लिए पूरे क्षेत्र को प्रदूषित कर रहा है चाहे वह जल प्रदूषण, भूमि प्रदूषण या वायु प्रदूषण ही क्यों न हो. एम पी एल से निकलने वाली छाई अपने आप में काफी हानिकारक है जिसका संबंधित संस्थाओं ने जांच करके बताया है कि आगामी दिनों में इन क्षेत्रों में कैंसर एक बहुत बड़ा कारण बनेगा. वैसे छाई को बिना किसी देखभाल के क्षेत्र में जहां-तहां फेंक दिया जा रहा है चाहे वह खुला मैदान हो या नदी...कहीं भी गिरा दिया जा रहा है और जरा सी भी हवा चलने पर यह हानिकारक छाई धूल भरी आंधी के रूप में क्षेत्र में रहने वाले हर लोगों को प्रदूषित कर बीमार करने का काम कर रही है.
नदियों के आसपास इस को गिराया जा रहा है जिससे पानी भी प्रदूषित हो रहा है साथ ही इस पानी का उपयोग करने वाले लोग चर्म रोग जैसे बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं और फिर कहीं गढ़ों में यह छाई भर दी जा रही है जिससे वहां की जमीन की उपजाऊ शक्ति उर्वरा शक्ति समाप्त हो जा रही है और जमीन ठोस ना होकर काफी कमजोर हो जा रहा है साथ ही ECL प्रबंधन द्वारा भी विभिन्न खदानों से कोयला निकालने के बाद उसमें छाई भरकर छोड़ दी जाती है जबकि प्रदूषण मंत्रालय द्वारा एक साफ निर्देश दिया गया है कि कहीं भी भराई करने के बाद वहां पर पेड़ पौधे लगाना है.
लेकिन इन संस्थाओं द्वारा छाई की भराई करने के बाद एक भी जगह पेड़-पौधे नहीं लगाए गए है आने वाले दिनों में यह प्रदूषण यहां के लोगों के लिए बीमारी का एक बहुत बड़ा सबक बनेगा. इन सब के विरोध में समिति के द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए इन संस्थाओं को चेताया गया कि अविलंब इस तरह की छाई भराई को रोका जाए और प्रदूषण को समाप्त किया जाए. नहीं तो समिति के बैनर तले आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा और इन संस्थाओं के कार्यालय पर ताला बंदी भी की जाएगी.
पद यात्रा में मुख्य रूप से बीजेपी नेता सह समाजसेवी मधुरेंद्र गोस्वामी ने कड़े शब्दों में इन संस्थाओं को प्रदूषण के प्रति सजग रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो भविष्य में एक बड़ा आंदोलन भी इन संस्थाओं के विरोध में किया जाएगा.









