मतदाता सूची में कम पैतृक मैपिंग करने वाले विधानसभा के ERO एवं सभी उप निर्वाचन पदाधिकारी के साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने की बैठक
निर्वाचन सदन से कम पैतृक मैपिंग करने वाले विधानसभा के ईआरओ और सभी उप निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ झारखंड मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की.

Ranchi: राजधानी रांची में आज मंगलवार (2 दिसंबर 2025) को निर्वाचन सदन से कम पैतृक मैपिंग करने वाले विधानसभा के ईआरओ और सभी उप निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ झारखंड मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की.
बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान मतदाता सूची के मतदाताओं का विगत एसआईआर के मतदाता सूची से मैपिंग के क्रम में 1 करोड़ 61 लाख 55 हजार 740 मतदाताओं का मैपिंग किया जा चुका है उन्होंने कहा कि अब्सेंट, शिफ्टेड डेथ एवं एक से अधिक स्थान पर सूचीबद्ध श्रेणी के 12 लाख मतदाताओं को सूचीबद्ध किया गया है साथ ही मतदाता सूची के मैपिंग के अन्य कार्य प्रगति पर है.
बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा कि विगत के एसआईआर के बाद राज्य में अन्य राज्यों से आए मतदाता एवं जिन मतदाताओं का विगत के एसआईआर वाले मतदाता सूची से मैपिंग में कठिनाई आ रही है उनका संबंधित राज्य के सीईओ वेबसाईट अथवा भारत निर्वाचन आयोग के वेबसाईट का उपयोग करते हुए मैपिंग सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि https://voters.eci.gov.in/ का प्रयोग करते हुए अन्य राज्य से आए मतदाताओं का पैतृक मैपिंग करें, वहीं झारखंड के मतदाताओं के मैपिंग हेतु मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झारखंड के वेबसाइट https://ceo.jharkhand.gov.in/ का उपयोग करें.
संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए के. रवि कुमार ने कहा है कि कम परफॉर्मेंस वाले बीएलओ को चिन्हित करते हुए बैचवार ट्रेनिंग दें. इसके साथ ही मतदाताओं को भी पैतृक मैपिंग की प्रक्रिया की जानकारी उपलब्ध कराएं. उन्होंने कहा कि वैसे बीएलओ जो विगत के एसआईआर के मतदाता सूची से मतदाता का विवरण नहीं ढूंढ पा रहे, वे अपने जिला मुख्यालय के हेल्पडेस्क मैनेजर से संपर्क कर सहायता ले सकते हैं. ईआरओ एवं उप निर्वाचन पदाधिकारियों से के. रवि कुमार ने कहा कि बीएलओ को कार्यक्षेत्र में आने वाले कठिनाइयों का आंकलन करते हुए उनकी सहायता करें जिससे वे पैतृक मैपिंग के कार्य को आसानी से कर पाएं.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि मैपिंग करते समय एएसडी सूची से भी अवश्य मिलान करें. उन्होंने कहा कि वर्तमान मतदाता सूची के मतदाताओं का पैतृक मैपिंग का कार्य को प्राथमिकता देते हुए करें. अधिक से अधिक पैतृक मैपिंग से एसआईआर के समय कम से कम मतदाताओं को दस्तावेज समर्पित करना पड़ेगा एवं प्रक्रिया में आसानी आएगी. उन्होंने कहा कि एसआईआर के दौरान कोई भी योग्य मतदाता मतदाता सूची से छूटे नहीं, इसे ध्यान में रखकर कार्य करे. मौके पर बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, नोडल पदाधिकारी देव दास दत्ता, उप निर्वाचन पदाधिकारी धीरज कुमार ठाकुर सहित सभी जिलों के ईआरओ एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी उपस्थित रहें.









