झारखंड कांग्रेस की दो हॉट सीट पर सबसे ज्यादा दावेदारी,रिपीट के लिए हो रही लॉबिंग
रांची महानगर कांग्रेस के एआईसीसी आब्जर्वर विजय इंदर सिंगला और ग्रामीण कांग्रेड ऑब्जर्वर नेमता ने पार्टी के नेताओं और प्रखंड अध्यक्षों के साथ राय शुमारी भी की है. इन दोनों हॉट सीट के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेसी लॉबिंग कर रहे हैं.

Kamal kumar / Naxatra News Hindi
Ranchi Desk: कांग्रेस में जिला अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया चल रही है. कांग्रेस के जिला अध्यक्षों की कुर्सी में सबसे हॉट कुर्सी रांची महानगर और ग्रामीण कांग्रेस की है. चयन प्रक्रिया शुरू होते ही दावेदारी भी तेज हो गई है. रांची महानगर कांग्रेस के एआईसीसी आब्जर्वर विजय इंदर सिंगला और ग्रामीण कांग्रेड ऑब्जर्वर नेमता ने पार्टी के नेताओं और प्रखंड अध्यक्षों के साथ राय शुमारी भी की है. इन दोनों हॉट सीट के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेसी लॉबिंग कर रहे हैं.
अधिक दावेदारी पेश करें जिससे पता चले कि हमारा संगठन मजबूत है- गौतम उपाध्याय
कांग्रेस द्वारा जिला अध्यक्षों की चयन प्रक्रिया तेजी से चल रही है. आगामी 14 सितंबर तक लगभग जिलों में संभावित 6 नामों का पैनल तैयार हो जाएगा. इधर रांची महानगर कांग्रेस और ग्रामीण कांग्रेस के एआईसीसी आब्जर्वर ने दावेदारों और पार्टी के प्रमुख नेताओं से चर्चा भी की है. महानगर अध्यक्ष बनने के दावेदारों का इस कुर्सी के लिए अपना अपना तर्क सामने आ रहा है. इधर इस संदर्भ में महानगर अध्यक्ष पद के लिए दावेदार गौतम उपाध्याय ने कहा कि मैंने दावेदारी की है मैं चाहता हूं कि और अधिक लोग दावेदारी पेश करें जिससे यह पता चले कि हमारा संगठन कितना मजबूत है. नए-नए चेहरे के सामने आने से प्रभारी समझ पाएंगे कि कितने मजबूत लोग संगठन में है ऐसे में बेस्ट कैंडिडेट चुनकर सामने आयेगा.
जो इच्छुक हैं वे जिला अध्यक्ष ऑनलाइन भर रहे हैं- सतीश पॉल अंजनी
कांग्रेस के महानगर और ग्रामीण अध्यक्ष पद लिए दावेदारों की फेहरिस्त लंबी है. वर्तमान महानगर अध्यक्ष कुमार राजा और ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश किरण एक बार फिर अध्यक्ष बनने के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे है. इनके अलावा कई प्रमुख चेहरे भी अध्यक्ष बनने की लॉबिंग में है. वहीं, ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष पद के दावेदार सतीश पॉल अंजनी ने कहा कि कांग्रेस में एक सिस्टम है कि कोई भी चीज पारदर्शिता के तौर पर होता है. हमारा काम पंचायत स्तर और बूथ लेबल पर संगठन को किस तरह से मजबूत करें उसको लेकर जो प्रक्रियाएं चल रही है उसमें पारदर्शिता है जो इच्छुक हैं वे जिला अध्यक्ष ऑनलाइन भर रहे हैं.
सतीश पॉल अंजनी ने कहा ने आगे कहा- एआईसीसी आब्जर्वर उससे भी ऑफलाइन फॉर्म अप्लाई कर रहे हैं. सारे लोगों से विचार विमर्श कर करने के बाद जिलाध्यक्ष का चयन किया जाएगा. ये प्रक्रिया पूरे भारत में सिर्फ कांग्रेस में ही होती है जिसमें लोगों के विचारों को सुनकर और उनसे बात करके ही जिलाध्यक्ष का चयन किया जाएगा. बहरहाल महानगर और ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए एक अनार सौ बीमार की कहावत फिट होती दिख रही है. सारे दावेदारों की पहली प्राथमिकता अंतिम 6 में अपना नाम के लिए जगह बनाना है. यही वजह है कि सभी अपने-अपने स्तर से जुगाड़ भिड़ाते दिखाई दे रहे हैं.









