10-10 हजार में नहीं खरीदा वोट तो बाकी के 2-2 लाख देकर पूरा करे अपना वादा : प्रशांत किशोर
जनसुराज के कर्ता-धर्ता प्रशांत किशोर ने प्रेस-वार्ता के दौरान नीतीश सरकार को चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि यदि एनडीए ने 10-10 हजार रकम महिलाओं के खाते में किसी योजना के तहत दिया है, तो स्वरोजगार हेतु देने का वादा किया गया बाकी के 2-2 लाख रु. अगले 6 माह में ट्रांसफर करें. गांधी आश्रम में एक दिन का उपवास रखने की भी बात कही.

NAXATRA NEWS
BIHAR: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने मंगलवार को प्रेस-वार्ता कर अपने आने वाले राजनीतिक कदमों पर बातचीत की. उन्होंने राजनीति छोड़ देने वाले अटकलों पर भी लगाम लगाते हुए कहा कि वे अपने वादे पर आज भी कायम हैं. JDU को 25 सीट मिलने पर उन्होंने राजनीति छोड़ देने की बात कहीं थी.
वोट खरीद या स्वरोजगार हेतु पहली किस्त !
उन्होंने एनडीए द्वारा बिहार की करीब डेढ़ करोड़ महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये भेजे जाने वाली बात पर कहा कि, सरकार ने कहा था कि ये महिलाओं को पहली किस्त दी जा रही है. स्वरोजगार के लिए कुल 2-2 लाख रुपये महिलाओं को दिए जाएंगे, यदि एनडीए की सरकार दोबारा बनती है. उन्होंने कहा कि अब बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बनने जा रही है, तो उन्हें वादे के अनुसार अगले 6 माह में बाकी की रकम लाभुक महिलाओं के खाते में ट्रांस्फर करने चाहिए. यदि ऐसा नहीं होता तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि एनडीए द्वारा उठाया यह कदम किसी योजना के तहत नहीं बल्कि महज वोट खरीदने के मंशे से किया गया था.
एनडीए सरकार ने किया 10 हजार करोड़ अतिरिक्त व्यय - पीके
सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में सरकार ने 60 से 62 हजार महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये ट्रांस्फर किए हैं. इसके अतिरिक्त भी जीविका कर्मचारियों आदि के मानदेय में वृद्धि कर एनडीए ने वोट खरीदने का ही काम किया. जिससे जनता के पैसे का तकरीबन 10 हजार करोड़ रुपये अपनी स्वार्थ सिद्धि हेतु व्यय कर दिया गया.
प्रशांत किशोर ने महाभारत का हवाला देते हुए कहा कि जिस प्रकार अभिमन्यु को छल से मारा गया था, बावजूद इसके अंत में विजय धर्म की ही हुई थी. उसी भांति जनसुराज ने भी हार नहीं मानी है और न ही वे राजनीति छोड़ने वाले हैं. एक अंग्रेजी के फ्रेज के जरिए उन्होंने कहा कि "हम तब तक हार नहीं सकते, जब तक हम लड़ना नहीं छोड़ते". अपने मुद्दों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने जनता की भलाई को लेकर चुनाव लड़ा था, इसी पर जनसुराज की पूरी टीम आगे भी अडिग हो काम करती रहेगी.
प्रेस-वार्ता के दौरान उन्होंने पश्चिम चंपारण स्थित गांधी आश्रम में 20 नवंबर को एक दिन का उपवास रखने की भी बात कही. कहा कि तीन वर्षों की मेहनत के बावजूद पम जनता का विश्वास क्यों नहीं जीत सके? इसपर आत्ममंथन और प्रायश्चित स्वरूप प्रशांत किशोर भितिहरवा स्थित गांधी आश्रम में एक दिन का उपवास रखेंगे.









